Critical thinking skills क्या होती है For Student in Hindi

by Hindraj Kumar
0 comment

हमारे शरीर का सबसे मजबूत हिस्सा हमारा ब्रेन होता है इसमें इतनी ताकत होती है की यदि आप इसको कंट्रोल न करो तो यह आपसे कुछ भी करवा सकता है आप समझे ना कुछ भी, जिसने अपने ब्रेन को अपने काबू में कर लिया वह कुछ भी कर सकता है किंतु यह तभी संभव है जब आपकी Critical Thinking मजबूत हो, यानी की आपके सोचने को ताकत, यह कहना गलत नही होगा की आप जैसा सोचते है वैसे ही बनते जाते है इसलिए आपने अक्सर लोगो को यह कहते हुए सुना होगा की अच्छा सोचो सही सोचो.

critical thinking

आपके इस सोचने की स्किल ही आपको जीवन में आए हर एक परेशानियों से निकाल सकती है इसके साथ ही ब्रेन का मजबूत होना अतिआवश्यक है क्योंकि जब आपकी दीमाक ही मजबूत नही होगा तो वह सोचेगा कैसे, वाहि कुछ लोग ऐसे भी होते है जिनका ब्रेन तो सही वर्क करता है किंतु वह Critical Thinking की पॉवर का इस्तेमाल नहीं कर पाते है और हमेशा दुखी रहते है किंतु अब नही क्योंकि मैं आज आपको इस ब्लॉग पोस्ट में बताऊंगा कि Critical Thinking Skill क्या होती है और इसका उपयोग कैसे करे।

Critical Thinking Skill क्या है

Critical Thinking Skill (आलोचनात्मक सोच) की जानकारी किसी भी निर्णय को तर्कपूर्ण और विश्लेषण के आधार पर निर्णय लेने की क्षमता को Critical Thinking Skill कहाँ जाता है इस प्रकार की स्किल आम तौर पर कुछ ही लोगो में देखने को मिलती है जो भी ऐसे लोग होते है उनकी थिंकिंग पॉवर इतनी स्ट्रोंग होती है की वह अपने आलोचनात्मक सोच का पूर्ण रूप से उपयोग करके किसी भी तरह की मुश्किल से निकलने का हल सरलता से ढूड लेते है आसन और सरल भाषा में आलोचनात्मक सोच यानी की क्रिटिकल थिकिंग एक आदमी के दीमाक को एक अद्भुद शक्ति से प्रज्वलित करती है जिससे वह व्यक्ति किसी भी समस्या का सामना बहुत ही आराम से करने में शक्षम होता है.

Critical Thinking skills: को कैसे अपनाएं

मानव मस्तिक में एक ऐसा अलोकिक वरदान परमात्मा की ओर से मिला है जो की अपनी ताकत के बल पर कुछ भी कर सकता है बस आपको अपने मस्तिक को सही दिशा देने की जरुरत है कोई भी मस्तिक या कोई भी मानव जन्म से ही बुद्धिमान या Critical Thinking Skill के साथ जन्म नहीं लेता है उसकी मेहनत और उसके जीवन में आई परिशानियो को पार करने के बाद ही मानव मस्तिक एक महान शक्ति को प्राप्त करने में सफल होता है.

इस दुनिया में बहुत से लोग है और हर एक आदमी का ब्रेन की सोचने की शक्ति अन्य व्यक्ति से भिन्न होती है कोई थोड़ी से परिशानियो के आते ही डर जाता है तो वही कोई उन परिशानियो से कैसे लड़ा जाय इसके बारे में सोचता है और उसका हल निकालता है और उसमे सफल भी होता है और यही होती है मानव की क्रिटिकल थिंकिंग स्किल, यह कोई बात नहीं आप भी इस स्किल को अपना सकते है इसके लिए आपको कभी भी किसी भी तरह की परिशानी से डर कर भागना नहीं है बल्कि उस परेशानी का सामना करना है.

क्योकि मानव जीवन में एक बुरा समय ही उसको काफी कुछ सिखाकर जाता है न की एक अच्छा समय, और इसी बुरे वक्त के कारण आदमी अपने ब्रेन को पहले से ओर भी मजबूत और शक्तिशाली बनाने में सफल होता है इसलिए कभी भी परिशानियो से डरे न, बल्कि इस परिशानियो को अपने जीवन में एक Golden Chance के रूप से समझे जो आपको इस जीवन के असली सार को समझती है.

Student life मे Critical thinking skills का महत्व

क्षात्र जीवन में आलोचनात्मक सोच का महत्व क्या है, यह जानने से पहले मैं यह बताना चाहूँगा की यह सवाल ही गलत है क्योकि इसमें महत्व को समझने से पहले आपको आलोचनात्मक सोच क्या होती है इसको समझाना पड़ेगा है और जब आप यह समझ जाते है तो आप फिर यह सवाल नहीं करेंगे की क्षात्र जीवन में इसका क्या महत्व है.

क्रिटिकल थिंकिंग का मतलव होता है की किसी वस्तु, विषय, के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए उसके गुण, दोष, का बिलकुल सही-सही और सटीक निर्णय तक पहुचने में मदद करने वाली एक अनोखी विधा है जो मानव को किसी वस्तु के विषय में सही निर्णय लेने में काफी मदद करती है इसलिए हम कह सकते है इ Critical Thinking Skill क्षात्र जीवन के लिए ही नहीं बल्कि, मानव जीवन के हर उस मुश्किल पड़ाव को आसान बनने के लिए है जहाँ पर वह अपने आप को डरा हुआ, अकेला, हताशा से परिपूर्ण होता है उस समय यदि आपके पास यह कौशल है तो आप उस मुश्किल की घडी से भी बहुत ही आसानी से निकल सकते है.

मैं आलोचनात्मक सोच कौशल को अपने अंदर कैसे विकसित करू

यह किसी तरह का जादू नहीं है जो एक छड़ी घुमाने के मात्र से ही चीजे बदल जाती है यह एक ऐसा कौशल है जिसको हर एक मानव सिख सकता है किन्तु सिखाता नहीं है ऐसा मैं इस लिए कह रहा हूँ ऐसे बहुत कम ही लोग है अपने जीवन में आई परिशानियो का सामना करते है और उनपर विजय भी प्राप्त करते है वही कुछ लोग ऐसे भी होते है जो इनसे डर कर अपने कदम को पीछे की ओर ले जाते है जिससे उनकी सोच एक सिमित बंधन तक ही रह जाती है.

और ऐसे ही लोग अपने जीवन में कुछ भी नहीं कर पाते है ऐसा नहीं है की जो लोग अपने जीवन आज सफल है उनको कोई खजाना मिला है जिससे वह आज सफल है उनके भी जीवन में एक ऐसा समय जरुर आया होगा जहाँ पर वह बिलकुल अकेले थे उनके साथ कोई भी नहीं है और कई परिशानियो से घिरे थे फिर भी वह अपने सोच के दम पर आगे बढ़ते रहे और उन परिशानियो को पार करते हुए आज एक सफल इंसान के रूप में जाते है.

इस सब बातो का पूर्ण निष्कर्ष यह निकल कर आता है की प्रकृति किसी के साथ भेद भाव नहीं करती है वह सबको एक सामान से ही सुख और दुःख का अनुभव कराती है जिसको आप एक परीक्षा भी मान सकते है जो हर एक मानव के जीवन में आती है जो अपनी आलोचनात्मक सोच के बल पर जीवन माँ आई कठिनाई से भरी परीक्षा को पास कर लेते है वही जीवन में आगे बढ़ पाते है और उन्नति करते है अपने अंदर आलोचनात्मक सोच को विकसित करने का इससे बढ़िया उपाय ओर कुछ नहीं हो सकता है परिशानियो से डरे नहीं उनका डट ककर सामना करें.

Critical Thinking Skill को सिखाने के तरीके

अब तक क्रिटिकल थिकिंग के बारे में जो हमने सिखा उसके बाद भी आपको कुछ अधिक ज्ञान न मिल पाया हो और आप इसके बारे में और अधिक जानना चाहते है और इस सोच को अपने अन्दर कैसे लाया जाय, यह सिखाना चाहते है तो नीचे दिए गए कुछ बातो पर गौर करना पड़ेगा, तो आये जानते है की वह कौन कौन सी बाते है जो हमको क्रिटिकल थिंकिंग की ओर मोडती है.

समस्या का समाधान ढूढे उससे डरे नहीं

अपनी सोच को मजबूत करने के लिए और आगे बढ़ने के लिए जीवन में कोई भी समस्या आये उससे घबराये नहीं बल्कि उसका सामना करे, शुरूआती समय में यदि समस्या अधिक प्रबल है तो आपको ऐसे काफी डर भी लग सकता है आप Depression में भी जा सकते है लेकिन आपको हार नहीं मनानी है आपको उस समस्या से लड़ना है और उसको हराना है इस प्रकार आपकी सामान्य सोच क्रिटिकल सोच में बदल जाती है.

समाधान की तलाश करे

कोई भी ऐसी समस्या नहीं है जिसका समाधान न हो, हर एक समस्या का कोई न कोई समाधान जरुर रहता है बस आपको उसकी खोज करनी पड़ती है और उसको अपने जीवन में अप्लाई करना पड़ता है इस प्रकार मानव का दीमाक एक एक नई उर्जा को जन्म देता है.

समस्या की सही जानकारी की तलाश करे

देखिये कोई भी समस्या यूँ ही बिना किसी कारण के हमारे सामने नहीं आती है कोई न कोई ऐसी जानकारी रहती है जिसके परिणाम सही न होने के कारण वह एक समस्या का रूप ले लेती है और इस समस्या का Actual Reason क्या है यदि आप खोजने में सफल होते है तो आप उस समस्या का समाधान काफी सरलता पूर्वक कर सकते है इस लिए समस्या की जड़ तक जाना जरुरी होता है और यह सब करने के लिए आपके ब्रेन की थिंकिंग का अहम् योगदान होता है आप इसको Critical Thinking भी कह सकते है.

सोच समझ कर निर्णय ले

आपका एक Decision काफी कुछ बदल सकता है इस लिए जब भी आप कोई फैसला करे, तो उस पर काफी गहन अध्ययन करने के बाद कोई फैसला ले, जो आपको लगता है की यह मेरा फैसला सबके हित में होगा यदि फिर भी अपने फैसले को लेकर आप चिंतन में है तो आप अपनो से बड़ो की राय ले सकते है.

समस्या को पहचानो

जब तक आप Problem की जड़ तक नहीं जाते हो तब तक आप किसी भी तरह की समस्या का समाधान नहीं कर सकते हो, इस लिए सबसे पहले जो भी आपकी प्रॉब्लम है उसकी जड़ तक जाने की कोशिश करो, तब आपको अपने आप ही उस समस्या का समाधान दिखने लगेगा.

Top 5 best critical thinking books

आपकी सोच आलोचनात्मक तब बनेगी जब आप किसी भी परेशानी से घबराते नहीं है और उसका सामना करते है इस प्रकार आपकी सामान्य सोच एक महत्वपूर्ण सोच में तब्दील हो जाती है और आपको पता भी नहीं चलता है वैसे इस आर्टिकल में क्रिटिकल थिंकिंग को पूरी तरह से कवर करने की कोशिश की गई है फिर आप क्रिटिकल थिंकिंग से जुडी पुस्तक की तलाश में हो तो मैं आपको ऐसी 5 बुक के बारे में बताऊंगा जो काफी अच्छे से क्रिटिकल थिंकिंग पर लिखी गई है.

1.The Great Mental Models by Shane Parrish

इस बुक के Author शेन पैरिश  है जो की स्ट्रीट ब्लॉग के नाम से प्रसिद्ध व्यक्ति है यह पुस्तक मानव की सोच कैसे काम करती है और इसको कैसे बदला जाय इस पर लिखी गयी है जिसको आप महत्वपूर्ण सोच की विशेष श्रृंखला भी कह सकते है.

2.Thinking Fast And Slow by Daniel Kahneman

इस बुक के ऑथर Daniel Kahneman है जो की एक चिकित्सक भी है यह पुस्तक मानव सोच की मनोविज्ञानिक क्षमता के बारे में विस्तार से पूर्ण जानकारी इसमें दी गई है और इसमें मस्तिक का क्या योगदान होता है.

3.Critical Thinking by Tom Chatfield

यह आलोचनात्मक सोच पर लिखी काफी पसंद की जाने वाली बेस्ट सेल्लिंग पुस्तक है एक बार आप इसको जरुर पढ़े.

4.Factfulness by Hans Rosling

यह Book Human Thinking कैसे काम करती है इसके बारे में विस्तार से लिखी गई है जिसको पढ़ने से हर एक प्रॉब्लम का सामना कैसे किया जाय, आपको अच्छे से आने लगेगा.

5.The Art of Thinking Clearly by Rolf Dobelli

यह पुस्तक सोचने की शक्ति को कैसे साफ़ किया जाय इस पर लिखी गई है जिसमे लेखक के द्वारा Art of Thinking Clearly के 99 Chapter को कवर किया है.

क्रिएटिव एंड क्रिटिकल थिंकिंग को हिंदी में क्या कहते हैं?

Creative and Critical Thinking in Hindi में इसको रचनात्मक और महत्वपूर्ण सोच कहा जाता है क्रिएटिव और क्रिटिकल दो अलग-अलग भिन्न शब्द है जिनका मतलब भी अलग है जिसमे से क्रिएटिव थिंकिंग का मतलब है की एक रचनात्मक तरीके से सोचना, कितना भी मुश्किल कार्य क्यों न हो, उसको कैसे पूर्ण किया जा सकता है क्या इसका कोई ओर दूसरा रास्ता है जो इस काम को और भी सरल बनता है इस प्रकार की थिंकिंग को क्रिएटिव कहते है.

आलोचनात्मक सुनना क्या है?

कोई भी व्यक्ति जब कोई गलती करता है तो उसको अहसास नहीं होता है की उसने कोई गलती की है यहाँ आलोचना ही होती है जो उसकी गलती के बारे में उसको बताती है और उसको सुधारने के लिए मानव को प्रेरित करती है.

Critical Thinking Example in Hindi

आलोचनात्मक सोच के कई प्रकार के उदाहरण हो सकते है जिनमे से कुछ को नीचे बताया गया है.

Advertisements
  1. विश्लेषणात्मक सोच
  2. अच्छा संवाद
  3. रचनात्मक सोच
  4. ग्रहणशीलता
  5. समस्याओं को हल करने की क्षमता
  6. विचारणीय प्रश्न पूछना

आज आपने क्या सिखा

आपको यह लेख Critical Thinking Meaning in Hindi आपको कैसा लगा, मैं उम्मीद करता हूँ की आप लोगो को यह लेख जरुर पसंद आया होगा, मैंने अपनी तरफ से Critical Thinking क्या है हिंदी में दि है फिर भी आपको लगता है की इस Post में कोई ग़लत रह गयी है.या फिर आर्टिकल पूरा नही है.

आप नीचे Comment Box में Comments करके हमें सूचित कर सकते है और हम इस आर्टिकल को सुधारने की पूरी कोशिश करेंगे, अंत में इसके साथ ही आपसे मेरी गुजारिश है की यदि यह पोस्ट आपके लिए मददगार सावित हुआ होगा तो इसको अपने दोस्तों, रिश्तेदारों साथ झासा जरुर करें, यहाँ तक पोस्ट पढ़ने के लिए आपका दिल से आभार.

यह आपको पसंद आ सकता है….

You may also like

Leave a Comment

Copyright © 2020 – 2023 HindiSuvidha, All Rights Reserved