“रोजगार” यह एक ऐसा शब्द है जिसकी जरुरत आज के समय में पूरी दुनिया को है क्योंकि हमारे भारत में अधिकांश लोग बेरोजगारी. की मार से बहुत ही ज्यादा परेशान है इस बिच हमारे सामने एक शब्द काफी ज्यादा प्रचलित है वह “Civil Contractor Meaning in Hindi” यहाँ पर सिविल कांट्रेक्टर के साथ मीनिंग इन हिंदी को लोग अपने सवाल में इस लिए ऐड करते है क्योंकि हम भारत से है और हमारी मात्र भाषा हिंदी है यही कारण हिंदी में जानकारी प्राप्त करना लोगो को अधिक पसंद होता है।

इसलिए हम आज आपको सिविल कांट्रेक्टर से जुड़े सभी सवालों के जवाब इस पोस्ट में देने वाले है जैसे सिविल कांट्रेक्टर क्या होते है, सिविल कांट्रेक्टर कैसे बने? यानी की कांट्रेक्टर से जुडी हर एक जानकारी आपको इस पोस्ट में मिलाने वाली है तो आईये इसको विस्तार से समझते है।
Civil Contractor Meaning in Hindi
Civil Contractor Meaning in Hindi “सिविल ठेकेदार” जिसको सरल भाषा में एक सामान्य ठिकेदार (General Contractor) के रूप में जाना जाता है जो निजी और सार्वजनिक इन दोनों क्षेत्रो के ग्राहकों को निर्माण सेवा प्रदान करते है Civil Contractor आमतौर पर सड़कों, पुलों, बांधों और नहरों जैसी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर काम करते हैं इन काम को समय पर पूरा करने के लिए इनके पास काफी मेहनती मज़दूर (Hard Worker’s) रहते है जो दिन रात एक करके काम को दिए गए समय पर पूरा करते है।
आज के समय में Civil Contractor और General Contractor की काफी अधिक मांग है ऐसा इसलिए क्योंकि इनके पास अच्छे मज़दूर होते है जो काम को समय पर पूरा करते है और आज के समय में हर एक Construction Businessman ऐसे ही कांट्रेक्टर की तलाश में रहते है जिससे उनका काम समय के साथ बिना किसी सिरदर्द के आसानी से पूरा हो जाए, Contraction Work में ऐसे बहुत से काम आते है जहाँ पर कई मज़दूरों की जरुरत होती है।
जिनकी मदद से ऐसे Construction Work को काफी आसानी से पूरा किया जा सकता है आज के समय में कंस्ट्रक्शन वर्क की बहुत ही अधिक मांग है चाहे काम सरकारी हो या गैरसरकारी हो, हर जगह Contractor या Civil Contractor की आवश्यकता पड़ती है क्योंकि बिना कांट्रेक्टर की मदद से काम को रोकना पड़ता है साथ ही समय के अनुकूल कार्य को पूरा करने के रूप में भी इनको जाना जाता है यदि कोई सरकारी काम है जैसे पुलिया निर्माण, सड़क निर्माण, पूल निर्माण, नहर का निर्माण और मरम्मत में काम को समय से और जल्दी पूरा करने के लिए Civil Contractor या Contractor को लगाया जाता है।
सिविल कांट्रेक्टर मतलब क्या होता है
सिविल कार्यशैली को पूरा करने के लिए सिविल इंजिनियर की जरुरत पड़ती है जिनके देखरेख में काम को पूरा किया जाता है सिविल इंजिनियर आक्सर सरकारी कामों के लिए जाने जाते है जिसमे इंजिनियर की योजना के साथ इमारत की डिजाईन को बनाया जाता है साथ ही बिल्डिंग निर्माण के लिए जिस जगह का चयन किया गया है उससे एक किलोमीटर की तक की जमीन में क्या-क्या है इसका पता इंजिनियर लगता है साथ ही एक बिल्डिंग निर्माण हेतु खुला हवादार वातावरण सूर्य की हिल्लिंग पॉवर का भी खास ध्यान दिया जाता है।
जिससे सूरज की Hilling Power सीधा घर में आए, इसके साथ सबसे जरुरी बात एक सिविल इंजिनियर जमीन का भी निरक्षण करता है की कही जमीन दलदली तो नहीं है इसके साथ ही एक सिविल इंजिनियर इमारत के साथ जलाशयों, पहाड़ियों और पर्वत श्रृंखलाओं जैसे प्राकृतिक और मौजूदा वातावरण का भी प्रबंधन करते हैं इतना ही नहीं एक सिविल कांट्रेक्टर कॉन्ट्रैक्ट को हासिल करने के लिए अन्य कांट्रेक्टर से बढ़ चढ़ कर बोली लगते है जिससे काम उनके झोली में आ जाए।
मिले कॉन्ट्रैक्ट के साथ एक इंजिनियर को क़ानूनी नियमो का भी पालन करना पड़ता है जिससे वह कानून के दायरे में रह कर काम को पूरा कर सके, अगर एक सिविल कंस्ट्रक्शन कंपनी हर कदम को खुद नहीं संभाल सकती है, तो उन्हें अतिरिक्त कदमों को ठीक से करने के लिए सब-कॉन्ट्रैक्ट करने में सक्षम होना चाहिए, इससे काम कभी भी नहीं रुकेगा, यह सिविल इंजिनियर की बात हो गई, और जिनके हाथ में सिविल वर्क का कॉन्ट्रैक्ट रहता है उनको Civil Contractor कहते है।
गवर्नमेंट ठेकेदार कैसे बने
जब बात सिविल की आती है अधिकतर लोगो के मन में सरकारी नौकरी का चित्र बनता है की अगर यह सिविल कांट्रेक्टर है तो जरुरी सरकारी ठेकेदार ही होगा, जो को सही भी है वही एक Goverment Contractor के उपर काफी दबाव भी रहता है उसको गवर्मेंट के सारे रूल्स का भी पालन करना पड़ता है इसके साथ काम का निरक्षण करने के लिए गवर्मनेट की तरफ से एक टीम भी होती है।
जो ठिकेदार के काम को जांचने के बाद उसका बिल पास करती है क्योंकि, यदि आपके भी मन में एक सरकारी ठिकेदार बनाने की इच्छा है तो इसके लिए आपके पास कुछ दस्तावेज़ होने चाहिए, जिसकी जानकारी आपको नीचे मिल जायेगी।
- Civil engineering में डिप्लोमा / डिग्री प्राप्त होना चाहिए।
- सिविल कार्य प्रशिक्षण का अनुभव होना चाहिए।
- आपके पास पैन कार्ड होना चाहिए साथ ही जीएसटी नंबर भी।
- कांट्रेक्टर रजिस्ट्रेशन ऑफ बोर्ड में सरकारी ठेकेदार के आवेदन करे।
- अब अपना एक सिविल कॉन्ट्रैक्टर लाइसेंस बनवाए, जो पांच साल के लिए मान्य रहता है इसके बाद रिन्यू करवाना पड़ता है।
- अब आप किसी भी सरकारी कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट में ग्रेड के अनुसार बोली लगा सकते है।
- इस प्रकार से आप सरकारी ठेकेदार बनकर, civil Work का कॉन्ट्रैक्ट हासिल कर सकते है।
Civil Work Meaning in Hindi
हम अपने आस पास ऐसे बहुत से काम को देखते है जिसको हम कुछ इस नाम से जानते है निजी, सरकारी, गैरसरकारी, और कंस्ट्रक्शन, जिनमे से एक शब्द और सुनने को मिलता है वह है सिविल वर्क, इसका हिंदी में मतलब क्या होगा इसका बहुत ही कम लोग जवाब जानते है यदि किसी से पूछो तो उनके मुंह से एक ही शब्द निकलता है की सिविल वर्क चल रहा है।
दरअसल Civil Work सरकार से जुड़े काम को कहते है जो सिविल इंजीनियर के सानिध्य में संपन्न किया जाता है जैसे रोड वर्क, पुलिया का काम, नहर और भी जितने Governmemt Construction work होते है वह सब सिविल वर्क के अंतर्गत काउंट किए जाते है या सिविल वर्क के नाम से जाने जाते है अब आप सिविल वर्क मीनिंग इन हिंदी को भली प्रकार से समझ गए होंगे।
टेंडर कितने प्रकार के होते है
एक ठेकेदार (कॉन्ट्रैक्टर) के साथ टेंडर का नाम जरूर जुड़ा हुआ होता है क्योंकि जब तक उनके हाथ में किसी काम का टेंडर नही मिलता है वह काम नही शुरू कर सकते है यही कारण है की जितने भी कॉन्ट्रैक्टर या गवनरमेंट कॉन्टैक्टर है वह टेंडर हासिल करने के लिए अपना पूरा बल लगा देते है ऐसे में एक कॉन्ट्रैक्टर यह जानने के लिए उत्सुक रहता है की टेंडर कितने प्रकार के होते है टेंडर की पूर्ण जानकारी आपको नीचे पढ़ने को मिल जायेगी।
- Single tender
- Limited tender
- Open tender
- Global tender
Single Tender :- single tender मुख्य रूप से उस टेंडर को कहते है जो किसी एक पार्टी मुख्य रूप से भेजा जाता है यह टेंडर सरकार के लिए एक सिरदर्द होता है क्योंकि कई बार एक पार्टी को टेंडर भेजे जाने के कारण नुकसान भी उठाना पड़ता है।
Limited Tender:- यह एक ऐसा टेंडर होता है जिनमे कुछ लिमिटेड पार्टी को ही बुलाया जाता है इस टेंडर प्रोजेक्ट की कीमत 5 से 10 लाख रुपए तक की होती है ऐसे टेंडर अक्सर उन लोगो को दिया जाता है जो हमेशा सरकार की नजर में रहते है।
Open Tender:- ओपन टेंडरिंग माल, सेवाओं और बुनियादी ढांचे के कार्यों को प्राप्त करने के लिए एक प्रतिस्पर्धी सार्वजनिक खरीद पद्धति है । ओपन टेंडरिंग वैल्यू फॉर मनी डील पाने का सबसे अच्छा माध्यम है।
Global Tender:- यह एक सिस्टम को तरह काम करता है यह टेंडर दो देशों के बीच के समझौते के द्वारा होता है ऐसे टेंडर मुख्य रूप से सरकार की नजर में रहते है और यह टेंडर किसी बड़ी कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा साइन किया जाता है सामान्य कंट्रेंटर ग्लोबल टेंडर को नही ले सकता है।
कांट्रेक्टर मतलब क्या होता है
कांट्रेक्टर यह एक ऐसा शब्द है जिसको आपने कभी न कभी जरूर सुना होगा, कुछ लोग तो कॉन्ट्रैक्टर यानी की ठेकेदार के अंदर काम भी किए होंगे, किंतु ऐसे कुछ लोग है जो एक सवाल से परेशान है वह यह है कॉन्ट्रैक्टर का मतलब क्या होता है कॉन्ट्रैक्टर की परिभाषा बहुत ही सामान्य है फिर भी मैं आपको कॉन्ट्रैक्टर का मतलब समझा देता हूं।
कांट्रेक्टर के मतलब को समझने के पहले हमको यह समझना पड़ेगा की कॉन्ट्रैक्टर का काम क्या होता है जो की आपको भी पता होगा एक ठेकेदार यानी कॉन्ट्रैक्टर दूसरे के अधूरे काम को लेकर उसको पूरा करके देता है जिनमे कुछ भी काम हो सकता है मकान बनाने का ठिका / कॉन्ट्रैक्ट, पूल का कॉन्ट्रैक्ट, किसी कंपनी में कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट पर काम, नहर का कॉन्ट्रैक्ट, आदि।
Labour Contractor Meaning in Hindi
Labour Contractor Meaning in Hindi का मतलब “श्रम ठेकेदार” होता है भारत में ऐसे ठेकेदार (Contractor) मांग अधिक है क्योंकि इनके पास प्रयाप्त मात्रा में काम को पूरा करने के लिए Labour होते है लेबर कॉन्ट्रैक्टर इनकी मदद से अपने कॉन्ट्रैक्ट को पूरा करते है यह अक्सर कंस्ट्रक्शन कंपनी में देखे जाते है जिनका टर्नओवर काम से 5000000 तक या उससे अधिक हो सकता है।
एक श्रम ठेकेदार अपनी मेहनत के लिए जाना जाता है वैसे सिविल कॉन्ट्रैक्टर और लेबर कॉन्ट्रैक्टर में कोई खास फर्क नहीं होता है एक सिविल कॉन्ट्रैक्टर बनाने के लिए Civil Engeeniring को कंप्लीट करना पड़ता है और लेबर कॉन्ट्रैक्टर के पास सिविल इंजीनर की डिग्री ही सकती है और नही भी, इसमें कोई अवश्यता नही होती है की आपके पास कोई डिग्री हो, बस आपको काम करवाने और कॉन्ट्रैक्ट को समय से पूरा कैसे करे इसका अनुभव होना जरूरी है जो की एक सिविल कॉन्ट्रैक्टर में भी होता है।
हर एक कांट्रेक्टर के पास लाइसेंस होना अतिआवश्य होता है चाहे वह एक सिविल कॉन्ट्रैक्टर हो या एक लेबर कॉन्ट्रैक्टर, जिससे एक कॉन्ट्रैक्टर भारत सरकार श्रम रोजगार मंत्रालय के द्वारा वेरिफाई हो, तब जाकर एक कॉन्ट्रैक्टर को सरकार के तरफ से भी अथॉरिटी मिलती है और वह किसी भी कंपनी में अपने मजदूर के साथ काम को कर सकता है तो आइए जानते है की लेबर कॉन्ट्रैक्टर लाइसेंस बनवाने की ऑनलाइन प्रक्रिया क्या होती है।
सबसे पहले आप श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट Shram Suvidha Portal पर जाए, और अपना नया account बना ले और फिर श्रम सुविधा पोर्टल पर लॉगिन हो जाए, आपके सामने शर्म सुविधा पोर्टल का होम पेज होगा जहा पर Registration & License click करे फिर इसके बाद एक बार फिर से Click Here to Register की बटन पर क्लिक करे।
अब आपको REGISTRATION UNDER CLRA-ISMV-BOCW का चुनाव करना है इसके बाद Apply for New License’ पर क्लिक करें, अब आपके सामने कॉन्ट्रैक्टर की डिटेल्स का एक फॉर्म आएगा जिसमे आपको Contractor की details’ को भरना फिर फॉर्म को सबमिट कर दे इस प्राकर से आपका न्यू कॉन्ट्रैक्ट लाइसेंस रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया समाप्त हो जायेगी और कुछ दिनों के बाद आपका लाइसेंस आपके हाथ में मिल जायेगा।
कांट्रेक्टर (ठेकेदार) कैसे बने
ठेकेदार बनाने से पहले आपको यह पता होना चाहिए की आप कौन से ठेकेदार बनाना चाहते है जैसे सिविल कॉन्ट्रैक्टर या लेबर कॉन्ट्रैक्ट, इन दोनो कॉन्ट्रैक्टर बनाने की प्रक्रिया बहुत ज्यादा अलग नही है बस कुछ ही समानताएं देखने को मिलती है तो फिलहाल जानते है की कॉन्ट्रैक्टर कैसे बने?
कॉन्ट्रैक्ट कंपनी में काम करे:- एक ठेकेदार बनाने के लिए सबसे पहला कदम है की आप ऐसी कंपनी में काम करे, जिसको कॉन्ट्रैक्टर की तलास हो, ऐसी बहुत सी कंपनियां है जिनको कॉन्ट्रैक्टर की तलास होती है और वह कंपनी कौन सी कंपनी है यह ढूढने का काम आपका है कंपनी मिलने के बाद आप कंपनी के मालिक Employer से कॉन्ट्रैक्ट के बारे में बात कर सकते है यदि उनको कॉन्ट्रैक्टर की आवश्कता होगी तो वह जरूर आपको काम देंगे।
अन्य कॉन्ट्रैक्टर से संबंध बनाए :- व्यवहार एक ऐसी चीज होती है जो समय पर काम आती है यदि आप कॉन्ट्रैक्टर बनाना चाहते है तो ऐसे कुछ कॉन्ट्रैक्टर को खोजे और उनसे कॉन्ट्रैक्टर कैसे बने सलाह ले, सलाह लेना एक मुश्किल काम हो सकता है क्योंकि कोई अन्य आपको अपने काम के बारे में नहीं बताए, किंतु आप उनसे सपने संबंध बनाए रखे, कब क्या हो जाए यह कोई नही जानता है।
वर्कर की लंबी सूची होनी चाहिए:- यदि आप कॉन्ट्रैक्टर बनाना चाहते है तो आपके पास मैन पावर यानी वर्कर प्रयाप्त मात्रा में होने चाहिए, ऐसा न हो की आप कोई कॉन्ट्रैक्ट लेले और काम शुरू करने के लिए आपके पास वर्कर ही न हो, ऐसे में आपको एक बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है इसलिए आप पहले से ही वर्कर्स की व्यवस्था करके रखे।
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आज आपने क्या सीखा
तो दोस्तो आपको Civil Contractor Meaning in Hindi (ठेकेदार कैसे बने) कैसा लगा, यदि आपको सिविल कॉन्ट्रैक्टर को समझने में किसी तरह को समस्या आती है तो आप हमसे कमेंट बॉक्स के जरिए अपने सवाल को पुंछ सकते है हम आपके सवाल का जरूर जवाब देंगे।
और सिविल कॉन्ट्रैक्टर मीनिंग इन हिंदी, को सरल से सरल शब्दों में इसका जवाब देने की कोशिश करेंगे, किंतु यदि आप इस आर्टिकल से संतुष्ट है तो आपसे विनती है कि आप इस आर्टिकल को अपने दोस्तो, सगे संबंधियों के फोन पर Send करे, जिससे आपके साथ वह भी इस जानकारी तक आपके द्वारा पहुंच सके, यहां तक पोस्ट को पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत आभार.

मैं हिन्दराज हिंदीसुविधा ब्लॉग का Founder हूँ. मुझको टेक्नोलॉजी से जुड़े रहना और उनके बारे में शोध करना बेहद पसंद है. और इसको आगे बढ़ाते हुए मैं इस ब्लॉग पर टेक्नोलॉजी और नए अपडेट से जुड़े लेख प्रकाशित करता हूँ निचे दिए गए लिंक के द्वारा आप इनको Follow कर सकते है,