(भारत के शिक्षा मंत्री कौन है? ) क्या आपको पता है भारत में कुल 53 Ministries (मंत्रालय) है जो अपने कार्यों के आधार पर बटे हुए है जिनमे से एक है शिक्षा मंत्रालय (Education Ministries) जिसको पहले मानव संसाधन विकास मंत्रालय के नाम से जाना जाता था।
शिक्षा मंत्रालय से ही Education की वह सारी एक्टिविटी और एक्शन लिया जाता है जिससे भारत में शिक्षा का स्तर और भी ऊंचा हो सके, शिक्षा मंत्रालय को 174वें संशोधन के माध्यम से 26 सितंबर, 1985 को शिक्षा मंत्रालय (MoE) बनाया गया था।
शिक्षा मंत्रालय को दो भागों में बता गया है पहला है Department of School Education और दूसरा है Literacy, इन दोनो विभागो में अलग-अलग कार्यनीति कार्य करती है किंतु इस दोनो विभाग का लेखा जोखा यानी शिक्षा मंत्रालय में जितने भी कार्य किए जाते है।
उन सब का निर्णय एक आदमी के द्वारा लिया जाता है जिसको शिक्षा मंत्री (Education Minister) के नाम से जाना जाता है, क्या आपको वर्तमान में भारत का शिक्षा मंत्री कौन है? पता है यदि नही तो आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे की वर्तमान समय में भारत के एजुकेशन मिनिस्टर कौन है साथ ही उन सारे Education Ministers का नाम जो अब तक भारत के Education Minister रह चुके है।
भारत के शिक्षा मंत्री कौन है 2023 to 20…
जैसा की आपको भी पता है की कोई एक व्यक्ति किसी पद पर हमेशा के लिए नही रह सकता है उसी तरह 2023 से पहले भी कई अन्य लोग एजुकेशन मिनिस्टर के पद पर रह चुके है जिनकी लिस्ट नीचे दी गई है।

2023 यानी वर्तमान में भारत के शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान (Shri Dharmendra Pradhan) जी है धर्मेंद्र प्रधान जी Education Minister होने के साथ भारती जनता पार्टी के सांसद भी है इनके द्वारा शिक्षा मंत्री की शपथ 33वें शिक्षा मंत्री के रूप में 7 जुलाई 2021 को ली थी।
श्री धर्मेंद्र प्रधान जी से पहले भारत के Education Minister श्री रमेश पोखरियाल उन्होंने अपना एजुकेशन मिनिस्टर का कार्यकाल 31 May 2019 से 21-June 2021 तक संभाला, नीचे उन एजूकेशन मिनिस्टर की लिस्ट दी जा रही है जो स्वतंत्रता से अब तक की थे।
आपकी जानकारी के लिए बता दे की श्री धर्मेंद्र प्रधान जी इससे पहले इस्पात मंत्री और पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री के रूप में मंत्री पद पर रह चुके हैं 3 सितंबर, 2017 को, प्रधान को कैबिनेट मंत्री नियुक्त किया गया, और वह वर्तमान में राज्यसभा में मध्य प्रदेश के संसद है।
तालचेर कॉलेज में उच्च माध्यमिक छात्र रहते हुए, वह A.B.V.P बन गए इसके बाद कार्यकर्ता और अंततः तालचेर कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष बने, प्रधान जी ने 1983 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के एक कार्यकर्ता के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया।
उनके कार्य के प्रति लगल और निष्ठा को देखते हुए पार्टी चीफ ने उनको सचिव के रूप में चुना गया, और अंततः भाजपा में कई पदों पर रहने के बाद वह 14वीं लोकसभा के लिए चुने गए और दो बार राज्यसभा के लिए भी चुने गए, एक बार बिहार से और एक बार मध्य प्रदेश से।
एक शिक्षा (मंत्रालय) मंत्री के लक्ष्य और उद्देश्य क्या होते है
हर एक Ministry का एक उद्देश्य और लक्ष्य होता है ठीक इसी प्रकार से शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत भी कुछ नीति और उद्देश्य होते है जिनके आधार पर शिक्षा मंत्रालय कार्य करता है।
शिक्षा मंत्रालय के नीति और उद्देश्य क्या होते है इसकी जानकारी आपको भी होनी चाहिए, शिक्षा मंत्रालय कैसे काम करता है उन नीति उद्देश्य को नीचे दर्शाया गया है।
- शिक्षा मंत्रालय का सर्वप्रथम लक्ष्य शिक्षा नीति को विकसित करना और शिक्षा मंत्रालय द्वारा बनाए गए नियमो का पालन करना।
- गरीब, अल्पसंख्यक, पिछड़े, ऐसे इलाकों में शिक्षा का उचित प्रबंध करना।
- हर एक शिक्षा संस्थान (निजी, गैर निजी) शिक्षा मंत्री के द्वारा बनाए गए नियमो का पालन करेंगे।
- देश में शिक्षा स्तर को बढ़ाना, देश के हर एक शैक्षणिक संस्थानों की गुणवक्ता की जांच करना तथा बनाए रखना।
- देश के योग्य छात्रों को छात्रवृत्ति और अन्य योजना से सहायता करना।
- देश की शैक्षिक संभावनाओं को बेहतर बनाने के लिए यूनेस्को, अन्य सरकारों और विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग सहित शिक्षा के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को प्रोत्साहित करना।
Education Ministers of India List (Hindi) since independence (1947-2023)
शिक्षा को एक नई दिशा देने के लिए एजुकेशन मिनिस्टर का एक अहम योगदान रहता है क्योंकि एजूकेशन का पूर्ण रूप से संचालन उन्ही के द्वारा संचालित किया जाता है आज तक हमारे देश भारत मे जितने भी शिक्षमंत्री हुए और कब तक उनका कार्यकाल रहा है।
उनकी पूरी जानकारी नीचे दी गई तालिका में दर्शाई गई है यह तालिका सुरुआती समय से दी गई है यानी जब हमारे देश के पहले शिक्षा मंत्री श्री अब्दुल कलाम आजाद और आज के (2023) एजूकेशन मिनिस्टर श्री धर्मेंद्र प्रधान जी तक, कलाम जी के समय भारत की साक्षरता दर 12 प्रतिशत थी।
जो की उस समय के हिसाब से सही था क्योंकि उस समय हमारा देश आजाद हुआ था और काफी ज्यादा आभाव स्थिति में था और तब से आज तक साक्षरता दर में 60 प्रितिषत अधिक यानी साक्षरता दर वर्तमान में 75% तक है फिलहाल 1947 से 2023 तक के जितने भी एजूकेशन मिनिस्टर हुए है उनकी पुरी सूची कार्यकाल के साथ नीचे दी गई है।
क्र.सं. | भारत के शिक्षा मंत्री | कार्यालय की अवधि |
1. | मौलाना अब्दुल कलाम आज़ाद | 15 अगस्त 1947 – 22 जनवरी 1958 |
2. | डॉ. केएल श्रीमाली | 22 जनवरी 1958 – 31 अगस्त 1963 |
3. | श्री हुमायूँ कबीर | 1 सितंबर 1963- 21 नवंबर 1963 |
4. | श्री. एमसी छागला | 21 नवंबर 1963 – 13 नवंबर 1966 |
5. | श्री. फखरुद्दीन अली अहमद | 14 नवंबर 1966- 13 मार्च 1967 |
6. | डॉ. त्रिगुण सेन | 16 मार्च 1967 – 14 फरवरी 1969 |
7. | डॉ. वीकेआरवी राव | 14 फरवरी 1969 – 18 मार्च 1971 |
8. | श्री. सिद्धार्थ शंकर रे | 18 मार्च 1971 – 20 मार्च 1972 |
9. | प्रोफेसर एस नुरुल हसन | 24 मार्च 1972- 24 मार्च 1977 |
10. | प्रो. प्रताप चंद्र चंदर | 26 मार्च 1977 – 28 जुलाई 1979 |
11। | डॉ. करण सिंह | 29 जुलाई 1979 -जनवरी 1980 |
12. | श्री. बी. शंकर आनंद | 14 जनवरी 1980 – 18 अक्टूबर 1980 |
13. | श्री. एसबी चव्हाण | 17 अक्टूबर 1980- 8 अगस्त 1981 |
14. | श्रीमती शीला कौल | 10 अगस्त 1981- 31 दिसम्बर 1984 |
15. | श्री. केसी पंत | 31 दिसंबर 1984- 25 सितंबर 1985 |
16. | श्री. पीवी नरसिम्हा राव | 25 सितंबर 1985- 25 जून 1988 |
17. | श्री. पी. शिव शंकर | 25 जून 1988- 2 दिसम्बर 1989 |
18. | श्री. वीपी सिंह | 2 दिसंबर 1989- 10 नवंबर 1990 |
19. | श्री. राजमंगल पांडे | 21 नवंबर 1990 – 21 जून 1991 |
20. | श्री. अर्जुन सिंह | 23 जून 1991 – 24 दिसम्बर 1994 |
21. | पीवी नरसिम्हा राव (दो बार दोहराया गया) | 25 दिसंबर 1994-9 फरवरी 1995 |
22. | श्री. माधव राव सिंधिया | 10 फरवरी 1995- 17 जनवरी 1996 |
23. | पीवी नरसिम्हा राव (तीन बार दोहराया गया) | 17 जनवरी 1996 – 16 मई 1996 |
24. | श्री अटल बिहारी वाजपेई | 16 मई 1996 – 1 जून 1996 |
25. | श्री. एसआर बोम्मई | 5 जून 1996- 19 मार्च 1998 |
26. | डॉ. मुरली मनोहर जोशी | 19 मार्च 1998- 22 मई 2009 |
27. | अर्जुन सिंह (दो बार दोहराया गया) | 22 मई 2004 – 22 मई 2009 |
28. | श्री कपिल सिब्बल | 29 मई 2009- 29 अक्टूबर 2012 |
29. | श्री. एमएम पल्लम राजू | 30 अक्टूबर 2012- 26 मई 2014 |
30. | श्रीमती स्मृति ईरानी | 26 मई 2014 – 5 जुलाई 2016 |
31. | श्री. प्रकाश जावड़ेकर | 5 जुलाई 2016 – 30 मई 2019 |
32. | रमेश पोखरियाल | 30 मई 2019- 7 जुलाई 2021 |
33. | धर्मेन्द्र प्रधान | 7 जुलाई 2021 – वर्तमान |
देश के प्रथम शिक्षा मंत्री कौन थे?
भारत के पहले प्रधान मंत्री श्री अबुल कलाम आज़ाद जी थे कलाम जी का पूरा नाम, मौलाना सैय्यद अबुल कलाम गुलाम मुहिउद्दीन अहमद बिन खैरुद्दीन अल-हुसैनी आज़ाद था।
कलाम जी राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता, लेखक, और एक महान साइंटिस्ट के रूप में जाने जाते है जिनको मिसाइल मैन के नाम से भी जाना जाता है कलाम जी का जीवन संघर्षों से भरा हुआ था काफी संघरसपूर्ण जीवन होने के बावजूद भी उन्होंने अपने जीवन में कभी भी हार नहीं मानी और आगे बढ़ते रहे।
आपको बता दे की डॉ अबुल पाकिर जैनुलाबदीन अब्दुल कलाम भारत के 11th president (राष्ट्रपति) भी रह चुके है कलाम जी के द्वारा लिखी गई कई पुस्तके भी प्रकाशित की गई है जैसे, विंग्स ऑफ़ फ़ायर’ (जीवनी), ‘इंडिया 2020- ए विज़न फ़ॉर द न्यू मिलेनियम’, भारत की आवाज़, टर्निंग पॉइंट्स, हम होंगे कामयाब, टारगेट 3 बिलियन, मिशन इंडिया सरीकी आदि।
शिक्षा मंत्री का कांटेक्ट नंबर (Education Minister Contact Number)
2023 में भारत की जनसंख्या 1,428,627,663 है ऐसे में कई लोग ऐसे होते है जो अपनी शिक्षा से जुड़ी परेशानी या सुझाव को व्यक्त नही कर पाते है ऐसे में शिक्षा मंत्री के द्वारा अपने देश के नागरिकों से सीधा संपर्क बनाए रखने के लिए शिक्षा मंत्री का मोबाइल नंबर जारी किया गया है जिसकी सूची निम्नलिखित है।
+91-1123782698, +91-1123782387
Education Minister Contact Number की अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करे :- Click Here
FAQs of Education Minister
भारत के पहले शिक्षा मंत्री कौन थे?
भारत के पहले शिक्षा मंत्री श्री A P J Abdul Kalam जी थे इनके कार्यकाल की अवधि 15 अगस्त 1947 से 22 जनवरी 1958 तक थी।
भारत के दूसरे शिक्षा मंत्री कौन थे?
डॉ अबुल पाकिर जैनुलाबदीन अब्दुल कलाम जी के बाद भारत के दूसरे शिक्षा मंत्री श्री डॉ. केएल श्रीमाली (Kalu Lal Shrimali) जी थे, इनका कार्यकाल 22 जनवरी 1958 – 31 अगस्त 1963 तक था।
धर्मेंद्र प्रधान को मुख्यत किस योजना के लिए जाना जाता है?
श्री धर्मेंद्र प्रधान जी को उज्जवला योजना के लिए जाना जाता है क्योंकि इन्ही के संचालन में उज्ज्वला योजना को सफल बनाया गया।

मैं हिन्दराज हिंदीसुविधा ब्लॉग का Founder हूँ. मुझको टेक्नोलॉजी से जुड़े रहना और उनके बारे में शोध करना बेहद पसंद है. और इसको आगे बढ़ाते हुए मैं इस ब्लॉग पर टेक्नोलॉजी और नए अपडेट से जुड़े लेख प्रकाशित करता हूँ निचे दिए गए लिंक के द्वारा आप इनको Follow कर सकते है,