Lily Flower in Hindi | लिली फूल को हिंदी में क्या कहते हैं

by Hindraj Kumar
0 comment

“प्रकृति” जो की ईश्वर के द्वारा एक ऐसा वरदान है जिसको महसूस करने मात्र से ही मन को बहुत शांति मिलती है क्योंकि आपको प्रकृति में किसी भी तरह की मिलावट नहीं देखने को मिलती है सारी चीजे आपको बिलकुल शुद्ध और सुरक्षित मिलती है और इन्ही प्रकृति में एक बहुमूल्य चीज है जिसको हम फूल कहते है मैं आपसे दावे के साथ कह सकता हूँ की ऐसे बहुत से फूल है जिनके बारे में आप जानते तक नहीं है कितनो को तो इनका नाम तक पता नहीं होता है जैसे की Lily Flower in Hindi “लिली फूल” यह एक ऐसा फूल है जिसकी बनावट बहुत आकर्षक सुन्दर होती है।

लिलि (Lily या Lilium) लिलिएसी कुल (Liliaceae), का जीनस है, जिसके १०० स्पीशीज़ हैं। इसके पौधे कठोर, अर्धकठोर तथा कंदीय शाक होते हैं। लिलि के कीपाकार फूल अपनी सुंदरता सुगंध एवं आकृति के कारण विख्यात हैं। फूलों की पंखुड़ियों में बाहर की ओर भूरी, या गुलाबी वर्णरेखाएँ रहती हैं और अंदर की ओर पीली अथवा श्वेत आभा रहती है।

और काफी सुगंधित भी होता है यह फूल कई सारे रंग और कई अन्य खुशबू के साथ देखने को मिल सकता है क्योकि Lily Flowers variety in Hindi कई सारी देखने को मिल जाती है यहा तक की इसके जैसे अन्य पुष्प भी होते है जिनको लोग लिली का फूल समझ लेते है जैसे “Peace Lily” किन्तु यह एक घर के बाहर लगाने वाला पौधा है जबकि जबकि लिली को घर के अंदर या गार्डन में लगाया जाता है फिलहार आईये लिली फूल की जानकारी को विस्तार से समझते है।

लिली फूल की जानकारी

Lily जो कि एक बहुत ही सुंदर पुष्प माना जाता है यह एक ऐसा पुष्प हैं जिसकी चालीस से अधिक प्रजातियां है लिली फूल का पौधा अधिकांश रूप से दक्षिणपूर्वी एशिया और अमेरिका में पाया जाता है अधिक संख्या में यहां पर पाए जाने के कारण इसको दक्षिणपूर्वी एशिया और अमरीका का मूल निवासी पुष्प भी कहा जाता है lili fool का आगमन सामान्य तौर पर वसंत ऋतु में होता है और जब यह कली से पुष्प में बदलते है तो बहुत ज्यादा सुंदर और आकर्षक होते है।

Lily flowers को आप गर्मी के मौसम में आप जितना अधिक धूप से बचाकर रखेंगे उतना ही इनके लिए अच्छा होता है क्योंकि यह इतने ज्यादा कोमल होते है की अधिक धूप इनको मिलने से यह मुरझा जाते है लोगो के लगता है को इनका जीवन काल अब समाप्त हो चुका है हम आपको बता दे की aim लिली फूल के पौधे का जीवन का पांच साल का होता है इसके लिए आपको पौधे का सही से ख्याल करने की आवश्कता है इतना ही नहीं यह पुष्प सुगंधित होनें के साथ आपके आस पास के वातावरण को भी सुरक्षित और शुद्ध रखते है।

लिली का फूल

जैसा की आपको पता है की आपको पता है की हम बात कर रहे है लिली के फूल की, जो की दुनिया के लगभग सभी हिस्सों में पाया जाता है जिनमे शामिल है अमेरिका, कैनेडा, यूरोप भारत, अधिकांश लिली फूल को यूरोप में देखा जाता है की क्योंकि यह आपको यूरोप के हर एक घर में देखने को मिल जाता है क्योंकि यह फूल काफी सारे रगों में पाया जाता है जैसे लाल, सफ़ेद, पिले, गुलाबी, और नरगी रंग मुख्य है अधिक रंग होने के कारण इस फूल की अनेक प्रजातीय भी होती है जैसे सामान्य प्रजातियां टाइगर लिली, ईस्टर लिली, पीस लिली, और सफ़ेद लिली है।

यदि आप लिली के पौधे को लगाने की विधि को जानना चाहते है तो हम आपको बता दे की यह पौधा बल्ब के द्वारा लगाया जाता है जब शर्दियों का मौसम आता है तो लिली के पौधे के ताने को जमील के अंदर लगा दिया जाता है और धीरे-धीरे पौधा बढ़ा होता है लिली का पौधा लगभग 5 feet के आस पास का होता है इसकी लम्बाई पौधे के प्रजति पर निर्भर करता है और जब पौधे बड़े हो जाते है तो पौधे के तने से काफी सारे पुष्प निकलते है।

lily flower meaning in Hindi
Lily Flower in Hindi

प्रतेक पुष्प में लगभग 6 पंखुड़ीया पाई जाती है लिली पौधे की पत्तियां लम्बी और गहरे हरे रंग की होती है आपको बता दे की लिली के फूल के रस को नेक्टर कहा जाता  है कुछ ऐसे भी लिली के फूल है जो की पौधो पर गुच्छो के साथ लगते है यह पौधे की प्रजाति पर निर्भर करता है क्योकि कुछ ऐसे भी लिली के फूल है जो गुच्छो के साथ डाली पर नहीं लगते है यदि Lily Flower pollination in Hindi (लिली फूल का परागण) की बात करे तो यह हवा के द्वारा होता है।

लिली के फूल में सुगंध होने के साथ इनके अंदर काफी रस भी पाया जाता है यही कारण है की पुष्प के पास किट पतंगे काफी आकर्षित होते है आपको लिली फूल का फैक्ट एक ओर बता की इसे हिंदी में कुमुदनी का फूल भी कहते है।

इसके साथ ही इस फूल को धार्मिक कामो में भी बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है धार्मिक कामो में अधिक उपयोग में लायी जाने वाली लिली प्रजाति टाइगर लिली है और सफ़ेग लिली है इसके साथ ही लिली से काफी अवसधिया भी बनती है मुख्या रूप से लिली पुष्प का तेल त्वचा सम्बंधित रोगों के लिए उपयोग में लाया जाता है इसके साथ ही लिली का तेल त्वचा को मुलायम कोमल रखता है यहाँ तक की लिली के फूल का उपयोग आयुर्वेद में भी किया गया है और बता दे की जापान के लोग शादियों में लिली के फूल से सजावट करते है और लिली के गुलदस्ते (LiLy Bouquet) लोगो को भेट में देते है।

यदि आपको लिली फूल की खुशबू लिली है तो आपको अपने गमले में सफेद लिली (White Lily) को लगाए क्योंकि लिली के अन्य पुष्प में खुशबू नही पाई जाती है लिली के पुष्प वसंत ऋतु में खिलते है बाकी मौसम में यह नहीं खिलते हैं अन्यथा सुख जाते है कुछ ऐसे भी लिली पुष्प होते है जिनको कीट पतंगे अपने भोजन के रूप में उपयोग करते है इसके साथ ही यदि आपके घर में बिल्ली है तो आप लिली के फूल से बिल्ली को दूर रखे यदि बिल्ली लिली पुष्प को खा लेती है तो उनकी किडनी फेल होना का खतरा बना रहता है।

Lily Flower Meaning in Hindi

लिली के फूल को हिंदी में Lily या Lilium कहते है जब पवित्रा की बात आती है तो फूल का नाम पहले आता है वैसे तो सभी फूल पवित्र ही होते है ठीक उसी प्रकार से लिली का पुष्प भी काफी पवित्र माना जाता है इसके साथ ही इस फूल के बारे में बहुत सी मिथ्या भी प्रचलित है चीन के लोग लिली पुष्प का काफी अधिक उपयोग करते है चीनी लोग लगभग 100 साल से ही लिली फूल के प्रति काफी आकर्षक है।

हेरा और ज़ीउस के ग्रीक के एक कल्पना के अनुसार लिली को पुनर्जन्म और मातृत्व से जुड़ा हुआ भी माना जाता है चीनी ग्रंथो में ऐसा लिखा गया है की शादी में इस पुष्प का उपयोग करने से रिश्ते काफी भी कड़वाहट नही आती है जब लिली फ्लावर मीनिंग इन हिंदी की बात आती है तो कुछ और भी नाम इसके साथ जुड़ जाते है जैसे लिली के कुछ अन्य नाम कुमुदनी, कमलिनी, और कुमुद है।

लिली के फूल का पौधा घर पर कैसे लगाएं

लिली पुष्प रोपण की विधि बहुत सरल है हम लिली पौधे को दो प्रकार से लगा सकते है पहला लिली बीज के द्वारा और दूसरा लिली बल्ब के द्वारा, जब हम लिली बीज के द्वारा लिली का पौधा घर पर लगाते है तो उस पौधे की बढ़ोतरी ओर उसमे पुष्प आने में काफी समय लग जाता है किंतु जब हम लिली पौधे को बल्ब में उगते है तो पौधा काफी तेजी के साथ में बढ़ता है और पुष्प में जल्दी आते है फिलहाल आइए जानते है की लिली का पौधा घर पर कैसे लगाएं?

हम लिली के पौधे को लगाने के लिए बल्ब का उपयोग करेंगे, सबसे पहले आपको अपने आस पास की नर्सरी से लिली पौधे के बल्ब को मांगा लेना है यदि आपके पास पास में कोई नर्सरी नही है तो आप लिली बल्ब को ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते है बल्ब को मंगवाते समय आपको प्रजाति का ध्यान रखना जरूरी है की आप कौन सी प्रजाति को मंगवाना चाहते है

लिली बल्ब को मंगवाने के बाद, एक गमले ले और खाद्य युक्त मिट्टी (गोबर के साथ मिली हुई मिट्टी) ले लेनी है और मिट्टी में कुछ नीम की पत्तियों का चूर्ण भी होना चाहिए है जिससे आप बल्ब को फंफूदी से बचा सके, अब मिट्टी अच्छी तरह से तैयार होने के बाद, गमले में मिट्टी को भरे, ध्यान रहे की गमले में एक छोटा छेद होना चाहिए छेद को किसी कंकड़ से ढक कर उसके ऊपर मिट्टी को डाले, और अच्छे से दबाए, अब ऊपर से बोनमाल पाउडर की एक छोटी परत बना ले, और से मिट्टी परत के ऊपर डाले।

इसके बाद पौधे यानी लिली बल्ब को गमले में 4या 5 इंच की गहराई बना कर लगा दे, ध्यान रहे की लिली के पौधे को खड़ा करने के लिए गमले में किसी लकड़ी को न डाले इससे बल्ब सुख सकता है लिली बल्ब को लगाने के बाद समय समय से उसमे पानी देते रहे, इतना अधिक भी पानी न दे की पौधे सुख जाए, बस यह ध्यान देना है की गमले में नमी बनी रहे, 2 से 3 दिन तक गमले को धूप में न रखे, इसके बाद आप हल्की धूप में गमले को रख सकते है कुछ ही दिनों के बाद पौधे बड़े हो जायेंगे, और 15 से 30 दिनों के भीतर में पुष्प आने शुरू हो जायेंगे।

लिली के पौधे की देखभाल कैसे करे

शुरुआती समय में यानी जब हम लिली बल्ब लगाते है तो उस समय पौधे को काफी देख भाल की जरूरत होती है इसलिए पौधे को अधिक धूप में न रखे, गमले में नमी बनाए रखे, कीट पतंगों से पुष्प को बचा कर रखे, गमले में अधिक पानी न डाले, जब पौधे कुछ बड़े हो जाए तो 5 से 10 ग्राम तक खाद का उपयोग कर सकते है जिससे पौधे तेजी के साथ बढ़ेंगे।

लिली के उपयोग एवं फायदे

lili Flower की सबसे बड़ी उपयोगिता वायु सुद्धिकरण की है इसके साथ ही यह त्वचा जैसे रोग निमोनिया और आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल अधिक होता है और मूत्रवर्धक, इमेटिक, रेचक, रेचक, कार्डियक टॉनिक, शामक और ज्वरनाशक है। यह ज्यादातर चाय, टिंचर, अर्क, अर्क और आवश्यक तेल के रूप में उपयोग किया जाता है सत्रहवीं शताब्दी के प्रसिद्ध वनस्पतिशास्त्री और चिकित्सक निकोलस कुल्पेपर ने कहा कि “यह निस्संदेह मस्तिष्क को मजबूत करता है।

और एक कमजोर स्मृति का नवीनीकरण करता है। आंखों में डाला गया आसुत जल सूजन में मदद करता है। फूलों की आत्मा, शराब में आसुत, खोई हुई बोली को बहाल करती है, पक्षाघात में मदद करती है, और अपोप्लेक्सी में बहुत अच्छी है, दिल और महत्वपूर्ण आत्माओं को दिलासा देती है। ” वास्तव में प्रशंसा के उच्च शब्द! इन पौधों से हमें कुछ लाभ मिल सकते हैं।

घाटी के लिली को हृदय टॉनिक के रूप में जाना जाता है। यह जड़ी बूटी डिजिटलिस या फॉक्सग्लोव की तुलना में बुजुर्ग लोगों के दिल की बीमारियों के इलाज के लिए अधिक सुरक्षित है इन उद्देश्यों के लिए इसे नागफनी और मदरवॉर्ट के साथ जोड़ा जाता है यह वाल्वुलर हृदय रोग , हृदय संबंधी दुर्बलता, ड्रॉप्सी और कंजेस्टिव दिल की विफलता का इलाज करने में भी मदद करता है जड़ी बूटी में मौजूद फ्लेवोनोइड धमनियों को उत्तेजित करते हैं और रक्त के फैलाव में मदद करते हैं इसके मूत्रवर्धक गुण रक्तचाप के स्तर को कम करने में मदद करते हैं।

लिली फूल के फायदे (शॉर्ट)

  • गुर्दे की पथरी को तोड़ता है।
  • शरीर में वॉटर रिटेंशन को रोकता है।
  • गठिया और गठिया जैसी जोड़ों की समस्याओं से जुड़े दर्द को कम करता है।
  • नेत्रश्लेष्मलाशोथ का इलाज करता है।
  • आवश्यक तेल का उपयोग पक्षाघात, सदमे और भाषण हानि के इलाज के लिए किया जाता है।
  • कुष्ठ रोग और सूजन के इलाज में मदद करता है।
  • उल्टी पैदा करके जहर और शराब का इलाज करता है।

लिली फूल के नुकसान (दुष्प्रभाव)

  • जड़ी बूटी के अत्यधिक उपयोग से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल जलन और निर्जलीकरण हो सकता है।
  • इस जड़ी बूटी को बीटा ब्लॉकर दवाओं, लैनॉक्सिन, क्विंडिन, डिगॉक्सिन और कैल्शियम लवण के साथ नहीं मिलाया जाना चाहिए।
  • पेट में दर्द हो सकता है।
  • ओवरडोज से हृदय की विफलता भी हो सकती है।
  • पौधे के लाल जामुन अत्यधिक जहरीले होते हैं और इनका सेवन कभी नहीं करना चाहिए।
  • गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान कभी भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह बच्चे को प्रभावित कर सकता है।

Lily Flowers FAQs in Hindi

लिली का फूल किस मौसम में आता है?

लिली के फूल अधिकतर वसंत ऋतु के मौसम में आते है जब मौसम हल्का ठंडा और हल्का गर्म रहता है क्योंकि लिली पौधे को शीतोष्ण अर्ध जलवायु अधिक पसंद होती है इस मौसम में पौधे अधिक फूलते फलते और बढ़ते है।

लिली के फूल के बिच में क्या होता है?

लिली फूल के बिच का हिस्सा फूल का ही एक हिस्सा होता है जिसको छोटा मादा पुष्प के नाम से जाना जाता है जिसको पुष्प का पिस्टिल कहते है और इसके अंदर पुष्प का परागण होता है जिसकी मदद से काफी अधिक पुष्प आते है और थी इसके नीचे एक पतली डंठल होती है जिसमे चिपचिपा सा पदार्थ रहता है।

लिली का फूल कहाँ से आया हैं?

सबसे पहले लिली फूल की उत्पत्ति उत्तरी अमेरिका, एशिया चीन, और यूरोप जैसे राज्यों से हुई, और इन देशों में लिली फूल की अलग अलग प्रजातियां पाई जाती है लिली पुष्प की लगभग 100 प्रजातियां है।

लिली फूल कैसा होता है?

लिली फूल एक भोंपू के आकार का होता है इसके बीच में 6 पंखुड़ियां होती है जिसमे परागण और रस पाया जाता है जब पुष्प सुख जाता है तो यह परागण बीच में तब्दील हो जाता है।

लिली (Lily) का फूल खास क्यों होता है?

लिली पुष्प की खास होनी की वजह इसकी पवित्रता है दूसरी बात यह फूल कई सारी अवशाधी और आयुर्वेद में उपयोग किया जाता है चुकी लिली पुष्प की 100 प्रजातियां है इसलिए हर एक अलग प्रजाति के पुष्प की अपनी अलग खास बात होती है।

Advertisements

इसे भी पढ़े…

निष्कर्ष..

आपको यह लेख what is Lily flowers in Hindi करे आपको कैसा लगा, मैं उम्मीद करता हूँ की आप लोगो को यह लेख जरुर पसंद आया होगा, मैंने अपनी तरफ से Lily flower Meaning in Hindi को विस्तार से समझाया है फिर भी आपको लगता है की इस Post में कोई ग़लत रह गयी है या फिर आर्टिकल पूरा नही है.

आप नीचे Comment Box में Comments करके हमें सूचित कर सकते है और हम इस आर्टिकल को सुधारने की पूरी कोशिश करेंगे, अंत में इसके साथ ही आपसे मेरी गुजारिश है की यदि यह पोस्ट आपके लिए मददगार सावित हुआ होगा तो इसको अपने दोस्तों, रिश्तेदारों साथ झासा जरुर करें, यहाँ तक पोस्ट पढ़ने के लिए आपका दिल से आभार.

You may also like

Leave a Comment

Copyright © 2020 – 2023 HindiSuvidha, All Rights Reserved