जैस्मिन (Jasmine) यानी चमेली के फूल का नाम आपने सुना होगा, जिसको हमारे भारत में रात की रानी के नाम से भी जाना जाता है इस फूल की सुगंध इतनी ज्यादा मनमोहक होती है की चमेली फूल के द्वारा उसकी सुगंध से आस पास का वातावरण में सुगंधता से एक साथ एक नई ऊर्जा का आभास होता है।
चमेली की फूल की अपने आप में एक विशेष महत्व है जिसके कारण से इसको भारत के साथ विदेशो में भी काफी पसंद किया जाता है इसके साथ ही jasmine Flower के और भी कई फयादे होते है इनके बारे में इस आर्टिकल में विस्तार से जानेंगे तो आइए बिना देरी किए Jasmine Flower Meaning in Hindi को समझते है।
Jasmine Flower Meaning in Hindi | चमेली की फूल की जानकारी
जैस्मिन एक सुगंधित और मनमोहक पुष्प है जो Jasminum Officinale नामक प्रजाति से आता है जैस्मिन के फूल को हिंदी में “चमेली का फूल” के नाम से जाना जाता है चेमेली के पौधे की हाइट अर्ध-बेलदार झाड़ी के रूप में 10 से 15 फीट तक होती है।
इसके साथ ही इसकी हाइट में मौसम के अनुसार भी बढ़ोतरी देखने को मिलती है जैसे शीतकालीन की चमेली का पौधा 4 फीट ऊंचा और 7 फीट चौड़ा होता है जैस्मिन के फूल को Parsi Word “यासमीन” के नाम से जाना जाता है लेकिन समय के अनुसार इसके नाम से परिवर्तन आया और फिर इसको यासमीन की जगह चमेली के नाम से जाना जाने लगा।

इसके अलावा Jasmine Meaning in Hindi में इस फूल का मतलब “प्रभु की देन” होता है चमेली फूल की जन्म भूमि पश्चिमी चीन की धरती को माना जाता है क्योंकि इस फूल की खेती सबसे पहले पश्चिमी चीन के हिमालय पर की गई थी इसके बाद हिमालय का दक्षिणावर्ती प्रदेश और फिर देश के कई इलाकों में इस फूल की खेती की जाने लगी।
चमेली की फूल के सुगंध के बारे में आपको पता ही होगा की यह सुगंधित पुष्प होता है इसकी असली सुगंध रात के वक्त ही मिलती है क्योंकि दिन के मुकाबले रात में जैस्मिन के पुष्प अत्यधिक सुगंधित होते है यही कारण है की चमेली के पुष्प को रात की रानी के नाम से भी जाना जाता है।
इसकी मनमोहक सुगंध के कारण ही चमेली के फूल की खेती यूरोप में भी जोरो से की जाती है जब जैस्मिन के पौधों पर कली आती है उस समय सुगंध अधिक होती है किंतु जैसे जैसे कली पुष्प और पुष्प बड़े होने लगते है चमेली की फूल की खुशबू काम होने लगती है आपकी जानकारी के लिए बता दे की चमेली की 400 से अधिक प्रजातियां है जिनके गुण हर एक प्रजाति के पौधे से भिन्न है।
आपने jasmine oil के बारे में सुना ही होगा, जैस्मिन की कुछ प्रमुख प्रजातियों से जैस्मिन का तेल निकाला जाता है जैसे कुछ प्रजातियां जैस्मीनम ओफिसिनेल,ल जैस्मीनम ग्रैंडफ्लोरम शामिल है भारत में भी चमेली के फूल की खेती कई सालो से होती आ रही है जिनमे से 100 से भी अधिक किस्म वाली चमेली की खेती भारत में की जाती है।
भारत में चमेली की फूल की खेती जून से नवंबर के महीने के बीच में की जाती है इसकी खेती के उपरांत जांच ले की खेत की मिट्टी में नमी है की नही यदि खेत में नमी की कमी है तो आपका जैस्मिन का पौधा अच्छे से विकसित नही हो पाएगा और आपकी खेती पूरी तरह से बर्बाद हो जायेगी।
खेत में नमी के लिए आप पानी का छिटकाव कर सकते है साथ ही यदि आप चमेली के पौधे को ग्राफ्टिंग/Grafting के द्वारा लगाते है तो पौधों को बढ़ने और उसमे फूल आने की संभाना दुगनी हो जाती है आइए विधि के अनुसार आप काम समय में अधिक चमेली के फूल की पैदावार कर सकते है।
अपनी प्रजाति और किस्म के अनुसार चमेली के फूल कई रंगों के होते है जिनमेंस भारत में सफेद और गुलाबी रंग के फूल पाए जाते है वहीं कुछ ऐसे भी किस्म के चमेली के पौधे होते है जिनके पुष्प पीले कलर्स के भी होते है चमेली का पौधा सदाबहार पौधों की सूची में आते है।
इसके साथ ही jasmine के फूल को मोगरा और जूही के फूल के साथ कंपेयर किया जाता है क्योंकि चमेली इन्ही फूलो की प्रजाति से निकल कर आने वाला एक फूल है।
जैस्मिन फूल के उपयोग
चमेली के फूलन का उपयोग एक से अधिक कामों के लिए किया जाता जिसको नीचे दर्शाया गया है।
- गजरा के लिए
- औषधि में
- पूजा अर्चना के लिए
- चमेली का तेल निकालने में
- खानेवके रूप में
चमेली फूल के खाने के फायदे
प्राचीन काल से आज तक चमेली के फूल को खाने में भी उपयोग किया जाता है क्योंकि यह एक फूल नही बल्कि औषधि का काम करता है जिसको खाने मात्र से हिन्मानव शरीर की कई बीमारियां खत्म हो जाती है जैस्मिन के फूल को खाने के फायदे को नीचे दर्शाया गया है।
- यकृत रोग (हेपेटाइटिस) में बचाव करता है।
- लीवर (यकृत) के घाव तथा दर्द को कम करता है।
- पेट के दर्द के लिए लाभप्रद
- मानव दस्त को रोकने में मदद करता है।
- चमड़ी रोग से जुड़ी हर एक समस्या को दूर करने में सक्षम हैं।
- महिला पीरियड्स से हुए दर्द को कम करता है।
- मासपेशियों के दर्द को चुटकी में भागता है।
और भी चमेली फूल के कई फायदे है।
चमेली के पत्ते के फायदे
चमेली के फूल को औषधि के लिए भी जाना जाता है इसके साथ चमेली के पत्ते भी कई रोगों के निवारण के लिए उपयोग में लाए जाते है जैस्मिन के पत्ते के फायदे को नीचे दर्शाया गया है।
- पेट के कीड़े खत्म करता है।
- मुंह के छालों में आरामदायक
- पैरो के एड़ियां फटने पर
- कान के दर्द के लिए
- सिर के दर्द के लिए
चमेली के फूल के फायदे
चमेली के फूल के अनेकों फायदे है जिनमे से कुछ फायदे निम्न लिखित है।
- शरीर की दूरगंध को दूर करता है
- सर दर्द में राहत
- मस्तिष्क को आराम देने में
- अच्छी नींद लाने में
- त्वचा मुलायम करने में
- कान के बहाने में
- बालो को चमकीला बनाने में
चमेली का पौधा कैसे लगाए
जैस्मिन के पौधों का रोपण एक से अधिक विधि के द्वारा किया जाता है हम आपको चमेली के पौधे के कलम विधि के द्वारा रोपण प्रक्रिया को समझाएंगे, तो आइए इस प्रक्रिया को विस्तार से समझते है।
स्टेप१ | सबसे पहले चमेली के पौधे से उसकी नाजुक टहनी को किसी सर्प चीज से काट ले, काटते समय यह ध्यान दे की टहनी की लंबाई लगभग 5 से 6 इंच और मोटाई पेंसिल के आकार की होनी चाहिए।
स्टेप 2 | अब टहनी अंकुरित भाग को बिना नुकसान पहुंचाए, टहनी से पत्तियों को अलग कर ले।
स्टेप ३ | अब टहनियों को कुछ समय के लिए पानी में डालकर रखे।
स्टेप ४ | अब jasmine चमेली के कलम को लगाने के लिए मिट्टी तैयार कर लें, जैसे कुछ मिट्टी आप अपने खेत की ले, और अब उसमे गाय या भैंस का गोबर डाले फिर इसके बाद थोड़ी से रेत डाले।
स्टेप ५ | अब एक गमला ले, जिसमे उसके निचली भाग एक एक छोड़ा सा छेद कर दे , अब उस गमले में तैयार की गई मिट्टी डाले, इसके बाद कलम की गई टहनी को 2 से 3 गहराई में गाड़ दे, इसके बाद इस्प्रे के द्वारा पानी का छिड़काव करे।
स्टेप ६ | गमले की ऐसी जगह पर रखे जहां पर अधिक धूप आ आती हो, कुछ दिनों के बाद पौधे से कोपल आना शुरू हो जायेंगे, इसके बाद आप उन कलम को सावधानी और मिट्टी के साथ निकाल कर जहां लगाना चाहते है वहां पर लगा सकते है।
जैस्मिन बृच्छा रोपण की अधिक जानकारी के लिए नीचे दी गई वीडियो को देखे।
चमेली के पौधे की देखभाल कैसे करें
जमीन सूखने न दें , jasmine यानी चमेली एक ऐसा पौधा है जो अन्य पुष्प पौधों के मुकाबले अधिक पानी पीता है इसलिए यह ध्यान दे की पौधे के ईर्द्ध गिर्द की मिट्टी सूखने न पाए, नियमित रूप से उसमे पानी डालते रहे।
सूर्य की रोशनी में रखे, इस बात का विशेष ध्यान दे की पौधों को नियमित रूप से ही सूर्य की किरणे पौधों तक पड़नी चाहिए, आप जिस प्रकार की चमेली लगाएंगे, वह यह निर्धारित करेगी कि पौधे को कितने सूरज की जरूरत है।
पौधों की छटाई करे, समय के साथ jasmine के पौधों की छटाई भी करना जरूरी है, क्योंकि पौधे में कुछ ऐसी टहनियां या पत्ते होते है जो की रोग ग्रस्त होते है ऐसे में उन टहनियों को पेड़ से हटाना ही जरूरी है यदि वह रोग ग्रस्त टहनी को पेड़ से नहीं हटाया गया तो पूरा का पूरा पौधा ही रोग ग्रस्त का शिकार हो सकता है जो की बिलकुल अच्छा नहीं है।
समय पर छिड़काव और खाद डाले, पौधे को स्वस्थ रखने के लिए समय समय से छिड़काव और खाद डालना जरूरी है इसलिए समय के अनुसार कुछ रसायन का पौधों पर छिड़काव करे।
Jasmine Flower FAQ
चमेली का फूल किस देश का राष्ट्रीय फूल है?
चमेली के फूल की खुशबू और सुंदरता को देखते हुए इसको पाकिस्तान का राष्ट्रीय फूल का दर्जा दिया गया है।
क्या चमेली और मोगरा एक ही पुष्प है
चमेली और मोगरा दोनो देखने में एक से ही है किंतु यह अलग अलग प्रजाति के दो पुष्प है किंतु इसका पौधा और पुष्प देखने में एक जैसे ही होते है इसलिए लोग दोनो फूल को एक जैसा ही समझते है।
जैस्मिन ( Jasmine ) फूल के क्या प्रयोग हैं?
जैस्मिन के कई फायदे है अधिकतर इस फूल को औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है इसके साथ पेट लीवर से संबंधित रोगों को दूर करने में इसका उपयोग किया जाता है।
चमेली के फूल कितने महीनो में खिलते हैं?
7 महीनो तक चमेली के फूल खिले रहते है मार्च के अंत पर चमेली के पौधों में पर फूल आना शुरू हो जाते है और अक्टूबर तक खिले रहते है फिर इनपर फूल आना बंद हों जाते है।
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निष्कर्ष…
Jasmine Flower Meaning in Hindi या चमेली के फूल के फायदे, यह आर्टिकल आपको कैसा लगा हम उम्मीद करते है की आपको यह पोस्ट जरूर पसंद आया होगा, यदि फिर भी आपको लगता है की यह पोस्ट अधूरा है या इसमें कुछ गलती है तो आप mahe कॉमेंट सेक्शन के जरिए अपनी बात बता सकते है हम आपके हर एक सवाल का जवाब जरूर देंगे।

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