Barnyard millet in Hindi – सावाँ बाजरे के फायदे और नुकसान

by Hindraj Kumar
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Barnyard Millet Meaning in Hindi:- यदि आप गांव से है तो बाजरे या सांवा का नाम सुना ही होगा, यदि आपने नही सुना है तो बता दे की यह एक प्रकार का बाजार होता है जो की खाद्य पदार्थों में उपयुक्त किया जाता है Barnyard Millet यानी की साँवा से काफी सारी खाने की वस्तुओ में उपयोग किया जाता है जिसके बारे में आगे विस्तार से बताया गया है।

Barnyard Millet को सपने पहले अफ्रीका में उगाया गया इसके बाद बाजरे को भारत के कुछ महाद्वीपों में उगाया जाने लगा, भारत में इसकी मांग को देखते हुए पूरे भारत में इसकी खेती जोरो से की जाने लगी, इसके साथ ही अन्य फसलों के मुकाबले कम लागत में अधिक उपज के कारण और भी अधिक तेजी से मोटे अनाज बाजरे की खेती की जाने लगी।

Barnyard millet

एक बाजरे के पौधे की लंबाई लगभग 70 से 120 cm तक होती है Millet बाजरे की फसल को पूर्ण रूप से पकने में 2 महीने लग जाते है जिसकी दिन में काउंट करने पर 60 से 65 दिन हो सकते है इस बीच फसल पूर्ण रूप से पककर कटने योग्य हो जाती है आइए साँवा मोटे दाने वाली फसल को पूर्ण रूप से समझते है।

Barnyard Millet क्या है?

Barnyard millet ,Echinochloa प्रजाति से आने वाला एक प्रकार की फसल है जिसको समशीतोष्ण हल्के गर्म या गर्म क्षेत्रों में उगाया जात है इस फसल की अत्यधिक खेती भारत चीन, जापान, कोरिया, जैसे देशों में की जाती है इन देशों में से सबसे ज्यादा भारत में इसकी खेती की जाती है एक गणना में पता चला की पिछले 3 वर्षों के दौरान 1034 किलोग्राम/हेक्टेयर की औसत उत्पादकता के साथ क्षेत्रफल (0.146 मिलियन हेक्टेयर -1 ) और उत्पादन (0.147 मिलियन टन) दोनों के मामले में बार्नयार्ड बाजरा का सबसे बड़ा उत्पादक है।

पहले Barnyard Millet सावा को मानव के द्वारा खाद्य पदार्थों में उपयोग किया जाता था किंतु आज के समय में बहुत ही कम इसका इस्तेमाल देखने को मिलता है अत्यधिक बाजरे को पशुओं के भरण पोषण के लिए किया जाता है बरन्यार्ड की काफी प्रजातियां है जिनमे से इचिनोक्लोआ फ्रुमेंटेसिया प्रजाति की अधिक खेती की जाती है क्योंकि या अन्य बाजरे के मुकाबले अधिक पैदावार और स्वादिष्ट होता है

Barnyard millet in Hindi

Barnyard Millet बाजरे की प्रजाति से एक है जिसको हिंदी में सावाँ के नाम से जाना जाता है यह एक छोटा मोटा सफेद रंग का बीज होता है अन्य आनजो की तुलना में Barnyard Millet में 30% अधिक प्रोटीन की मात्रा पाई जाती है स्वास्थिक पदार्थ के रूप में इसमें प्रोटीन, कार्ब्स और फाइबर अधिक मात्रा में पाई जाती है।

यह इतना अधिक पौष्टिक आहार होता है की इसको 5से 6 साल के बच्चो को दलिया के रूप में दिया जात है और वही इसका उपयोग, व्रत की गई महिलाओं द्वारा, और इटली डोसा आदि में किया जाता है सावा को नियमता रूप से खाने से स्वस्थ में एक नई दिशा का आगमन होता है।

बरनार्ड बाजरा का उपयोग कैसे किया जाता है?

बार्नयार्ड बाजरा काफी तेजी से पकता है, नरम, नाजुक बनावट प्राप्त करने में 30 मिनट से भी कम समय लगता है। बार्नयार्ड बाजरा को अधिक मिट्टी जैसे, पौष्टिक स्वाद के लिए पकाया जा सकता है। इसका उपयोग मुट्ठी भर उबली हुई सब्जियों के साथ खिचड़ी बनाने के लिए किया जाता है और यह डोसा, इडली और उपमा जैसे टिफिन आइटम बनाने के लिए बिल्कुल उपयुक्त है। इसका उपयोग “खीर” नामक स्वादिष्ट व्यंजन बनाने में किया जाता है।

आप अपने पोषण में बरनी बाजरा को कैसे शामिल करते हैं?

भोजन तैयार करने के बाद उनसे अधिकतम पोषक लाभ प्राप्त करने के लिए सभी बाजरा को भिगोना पड़ता है। खाना पकाने की प्रक्रिया को कम करने के लिए आप इस बाजरे को लगभग एक घंटे तक भिगोकर और धोकर रख सकते हैं।

यह बाजरा लगभग 20 मिनट तक पकता है। आप इसे चावल के साथ बदल सकते हैं या किसी भी अनाज के व्यंजन में उपयोग कर सकते हैं। हालाँकि, ध्यान रखें कि ये दाने गोल और छोटे होते हैं, और भोजन को अतिरिक्त नरम तरीके से तैयार करते हैं वैकल्पिक रूप से, बार्नयार्ड बाजरा के साबुत अनाज को आटे में पाउडर किया जा सकता है और ब्रेड, क्रेप्स और दलिया बनाने के लिए उपयोग किया जा सकता है।

Barnyard Millet के फायदे

Barnyard millet

Barnyard Millet digestible protein से भरपूर होता है जिसको नियमित रूप से खाने के बाद मानव के शरीर में एक अजीब सी ऊर्जा का विकाश होता है कुछ लोगो का मानना है की इसको केवल उपवास के समय ही खाया जात है किंतु ऐसा नहीं है आप सावा या बरन्यार्ड बाजरे को किसी भी उम्र के किसी भी व्यक्ति को दे सकते है।

पोषक तत्वों में इसमें फाइबर सबसे अधिक मात्रा में मिलता है जो की मानव शरीर के आंतो के लिए बेहतर होता है और ब्लैड शुगर को नियंत्रण में रखता है इसके साथ है पेट की ऐंठन गैस से निवारण दिलाता है।

इसके साथ ही Barnyard bajara का कार्ब्स में उच्च स्तर का एंजाइम डिग्निफिकेशन होता है जो अधिक स्टार्च के निर्माण में सहायता करता है। परिणामस्वरूप, हृदय रोग और कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह के रोगियों को इससे लाभ हो सकता है। परिणामस्वरूप, हृदय संबंधी घटनाओं और मधुमेह रोगियों के लिए इसका सुझाव दिया जा सकता है। बार्नयार्ड बाजरा मधुमेह के रोगियों में कार्बोहाइड्रेट संवेदनशीलता को बढ़ाता है और रक्त शर्करा को कम करने में भी सहायता करता है।

बार्नयार्ड बाजरा, सभी बाजरा की तरह, ग्लियाडिन रोगियों और उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो एलर्जी पोषण का पक्ष लेते हैं जो गेहूं, जौ, साथ ही अन्य खट्टे खाद्य उत्पादों को रोकता है। चूंकि बाजरा आम तौर पर उपलब्ध है, जल्दी पक जाता है और स्वादिष्ट होता है, इसलिए यह आसानी से चावल, गेहूं और अन्य ग्लूटेन युक्त अनाज उत्पादों का विकल्प बन सकता है।

कुछ बार्नयार्ड बाजरा प्रकारों में सभी बाजरा और अनाज की तुलना में सबसे अधिक सांद्रता होती है। शाकाहारी लोगों के लिए बार्नयार्ड बाजरा आयरन का एक समृद्ध स्रोत हो सकता है और यह रक्त में हीमोग्लोबिन ग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने में मदद कर सकता है।

इन बाजरा में मौजूद आहारीय फाइबर शरीर को भरा हुआ महसूस कराने में मदद करता है। नतीजतन, यह बहुत अधिक भोजन खाने की इच्छा को कम करता है, जिससे अंततः अधिक ऊर्जा सिस्टम तक पहुंचती है। वजन कम करने के लिए सर्वोत्तम बाजरा की खोज करने वाले कुछ लोग इसे अपने पोषण में शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा, बार्नयार्ड बाजरा एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं , जो विभिन्न बीमारियों और स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में सहायता करते हैं

बार्नयार्ड बाजरा के पोषण मूल्य:

बार्नयार्ड बाजरा पोषक तत्वों से भरपूर कण हैं। ये आयरन, प्रोटीन और फाइबर का अच्छा स्रोत हैं।

गर्भावस्था के दौरान, 100 ग्राम बाजरा आयरन की अनुशंसित दैनिक मात्रा का 100% और दैनिक मात्रा का 67% प्रदान करता है। साथ ही, इसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम भी होता है, जो आपके दांतों और हड्डियों की मदद कर सकता है।

इसमें प्रति 100 ग्राम में निम्नलिखित पोषण शामिल हैं:

  • कैलोरी: 300 किलो कैलोरी
  • वसा: 3.6 ग्राम
  • आहारीय फ़ाइबर: 13.6 ग्राम
  • प्रोटीन: 11 ग्राम
  • कार्बोहाइड्रेट: 55 ग्राम
  • कैल्शियम: 22 मिलीग्राम
  • विटामिन बी1: 0.33 मिलीग्राम
  • आयरन: 18.6 मिलीग्राम
  • विटामिन बी2: 0.10 मिलीग्राम
  • विटामिन बी3: 4.2 मिलीग्राम

Barnyard millet के नुकसान Disadvantage Of Barnyard Millet in Hindi

Barnyard बाजरे के काफी सारे फायदे है किंतु कुछ लोगो के लिए सांवा नुकसान दायक भी है जैसे जिन व्यक्तियों को थायराइड की समस्या है उनको इसका सेवन नही करना चाहिए क्योंकि इसमें प्रयाप्त मात्रा में गोइट्रोजन, पदार्थ होते हैं जो थायराइड मरीजों के लिए नुकसान हो सकता है यदि सावा बनयार्ड बाजरे का सेवन करना चाहते है तो डॉक्टर की परमर्स जरूर ले।

इसके साथ ही कुछ लोगो को बरनी बाजरा का सेवन करने से एलर्जी का अनुभव होता है जैसे शरीर में खुजलाहट, चक्काते, सूजन आदि तो इन लोगो को इसका सेवन करने से बचना चाहिए, कुछ लोगो को इसका सेवन करने के बाद गैस की समस्या का सामना बनी रहती है इसका कारण है की उनकी आते अधिक फाइबर को ग्रहण करने में असमर्थ है जिसके कारण उनको गैस की समस्या देखने को मिल सकती है।

FAQs of Barnyard Millet Hindi

Barnyard Millet को हिंदी में क्या कहते है?

बरनी बाजरे को हिंदी में सांवा के नाम से जाना जाता है जिसका उपयोग भारत में अधिक किया जाता है।

बरनीर्ड बाजरा इतना महत्वपूर्ण क्यों है?

Barnyard Millet जिसमे कई सारे पोशाक तत्वों का समेलन है जिनमे फाइबर, उच्च स्तर का प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, खनिज और विटामिन बी कॉम्प्लेक्स का एक बड़ा हिस्सा है।

कौन सा देश बाजरा का सबसे बड़ा उत्पादक है?

भारत पिछले तीन साल में 1034 किलोग्राम/हेक्टेयर की औसत उत्पादकता के साथ क्षेत्रफल (0.146 मिलियन हेक्टेयर – 1 ) और उत्पादन (0.147 मिलियन टन) रहा है और यह अब सबसे बड़ा बाजार उत्पादक देश बन चुका है।

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निष्‍कर्ष….

कुल मिलाकर बाजरा प्राचीन काल से पौष्टिक आहार में से एक है जिसका उपयोग और पैदावार भारत में कई सालो से किया जा रहा है इसके इतने फायदे देखते हुए आगे भी इसकी खेती भारत में होती रहेगी, Barnyard Millet के बारे में आपकी क्या राय है।

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