SEO क्या है What is SEO in Hindi ( 2022 amazing strategies today in SEO)

by Hindraj Kumar
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क्या आप एक ब्लॉगर है और जानना चाहते है की SEO Kya Hai Kaise Kare? What is SEO in Hindi 2021? अगर हाँ तो आपको इस Article में SEO की पूरी जानकारी मिलने वाली है क्योकि seo का महत्व Digital Marketing और ब्लॉग, और Online Business में बहुत ही जादा है और एक ब्लॉगर के लिए seo बहुत ही Important Topic होता है अगर आप एक Blogger है.

तो आपको मालूम होगा की seo ब्लॉग के लिए कितना मायने रखता है ऐसा इसलिए क्योकि अपने ब्लॉग से आप तभी Earning कर सकते है जब आपके ब्लॉग वेबसाइट पर Traffic आता है अगर ब्लॉग पर ट्रैफिक नहीं है तो आप अपने ब्लॉग से पैसे नहीं कमा सकते है तो Search Engine Optimization यानि की SEO ब्लॉग या वेबसाइट के लिए या फिर कहे.

की ऑनलाइन बिज़नस के लिए कितना मायने रखता है अब आप समझ गए होंगे अब बात आती है की seo कैसे सिख सकते है जिससे हर ब्लॉगर अपने ब्लॉग के लये seo कर सके,और अपने ब्लॉग पर ट्रैफिक ला सके यह तब संभव है जब आपको seo आता है जिससे आप अपने ब्लॉग पोस्ट को top 10 Article की लिस्ट में ला सके नए ब्लॉगर के लिए यह थोडा मुश्किल सावित हो सकता है.

लेकिन नामुमकिन नहीं अगर आप seo क्या है? या फिर Seo किसे कहते है को भली पूर्वक समझ जाते है तो आप अपने ब्लॉग पोस्ट को गूगल के top 10 की लिस्ट में सामिल कर सकते है वाही हमारा आज का विषय है की Seo किसे कहते है और कैसे करें? (What is Seo in Hindi) तो एसईओ सिखाने के लिए आपको इस आर्टिकल के हर एक Paragraph को ध्यान पूर्वक पढना है.

तब आप अपने ब्लॉग के लिए Proper तरीके से seo कर सकते है तो चलिए जानते है एसईओ की जानकरी हिंदी में या अपने ब्लॉग के लिए एसईओ (seo) कैसे करें?

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SEO Kya Hai – What is SEO in Hindi?

Search Engine Optimization (SEO) ऐसी तकनीक प्रकिर्या है जिसके अंतर्गत किसी भी वेबसाइट या ब्लॉग की ट्रैफिक की गुणवत्ता और उसमे सुधार किया जाता है एसईओ भुगतान किए गए यातायात के बजाय बिना भुगतान किये गए यातायात को लक्षित के लिए जाना जाता है.

seo किसी ब्लॉग या वेबसाइट के लिए इस्तेमाल किया जाता है जिसका काम होता है ब्लॉग की Search Traffic को increase करना है जिससे विजिटर Search Engine कोई भी कीवर्ड सर्च करें तो उसको आपकी वेबसाइट #1 पर आनी चाहिए.

seo kya hai
seo kya hai

जब Visitor Search Engine पर किसी भी तरह का कीवर्ड सर्च करता है और फिर जो उसको सबसे पहला परिणाम मिलता है वह परिणाम किसी न किसी वेबसाइट या ब्लॉग का ही होता है और #1 पर आर्टिकल आने का यह कारण है की उस वेबसाइट का On Page SEO बहुत ही अच्छा किया गया है.

जिससे वेबसाइट का आर्टिकल सबसे ऊपर आता है Seo कई भागो में बाटा गया है किसी वेबसाइट या ब्लॉग वेबसाइट का आर्टिकल को Rank करने के लिए उस Article को SEO Friendly बनाया जाता है उस आर्टिकल के हर एक Paragraph में Keyword का इस्तेमाल किया जाता है.

उस आर्टिकल में जो इमेज का इस्तेमाल किया गया है उसको Optimize किया जाता है और उसके साथ ही साथ जिस भी टॉपिक पर आप आर्टिकल लिखे उसकी सारी Sub Title का विशेष ध्यान रखे इसके बाद दूसरी चीज यह आती है.

की उस वेबसाइट का Domain authority, Page authority कितनी है इन सारी चीजो को मिलकर एक पोस्ट SEO FRIENDLY बनता है ये सारी जिचे एक पोस्ट को Google पर रैंक करने में काफी मदत करती है.

और जब पोस्ट गूगल के सर्च में आने लगता है और ब्लॉग Monetize है तो आप अपने ब्लॉग से अच्छी इनकम generate कर सकते है जिसको Organic Traffic कहते है जो की ब्लॉग वेबसाइट के लिए बहुत जरुरी है.

SEO का फुल फॉर्म क्या है?

SEO का हिंदी में पूरा नाम, सर्च इंजन अनुकूलन है

यही इसका इंग्लिश में Full Form Search Engine Optimization ( सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन ) है.

SEO Blog के लिए क्यों जरूरी है?

एक ब्लॉगर के लिए अपने ब्लॉग का seo करना बहुत जरूरी है क्योकी जबतक आप अपने ब्लॉग का seo नहीं करेंगे तब तक आपका ब्लॉग सर्च रिजल्ट में नहीं आएगा.

यही कारण है कि जितने भी नए ब्लॉगर है उनका ब्लॉग गूगल के search results में नहीं आता है seo search engine को बताता है की यह वेबसाइट या ब्लॉग विजिटर के अनुकूल है तथा इसमें जितने भी article हैं वह सारे के सारे सर्च इंजन के मुताबिक ऑप्टिमाइज है.

नए ब्लॉग को सर्च में लाना थोड़ा मुश्किल साबित हो सकता है लेकिन नामुमकिन नहीं आप चाहे तो ये कर सकते है और नए ब्लॉग को कुछ दिनो के अंदर Google के Top #1 Rank कर सकते है.

नए ब्लॉग या वेबसाइट को गूगल पर रैंक करने के लिए शुरुआती समय में Backlink कि जरूरत पड़ती है आप अपने ब्लॉग के जितने अधिक backlink बनाओगे उतने ही जादा चांसेज बड़ जाते है और आप कुछ दिनो में पाओगे की आपका Google #1 पर रैंक कर रहा है.

वही अगर आप इसके ऑपोजिट जाते हो तो आपका ब्लॉग कभी भी नहीं रैंक कर सकता है और जब आपका ब्लॉग Google के पहले पेज पर रैंक नही करेगा तब तक आपका कोई भी आर्टिकल गूगल पर First Position पर नहीं आता है.

और जब तक आपका पोस्ट यानि आर्टिकल गूगल के फर्स्ट पोजीशन पर नहीं आता है तब तक आप अपने ब्लॉग से Revenue Generate नहीं कर सकते है क्योकि जब तक आपका पोस्ट गूगल पर रैंक नहीं करेगा तो आपके आर्टिकल में विजिटर नहीं आयेंगे और जब ब्लॉग पर visitor नहीं आयेंगे तो आप अपने ब्लॉग से पैसे नहीं कामा सकते है.

इसलिए Blog का seo करना बहुत जरुरी होता है और जब आप के कुछ आर्टिकल गूगल के First Page पर Rank करने लगते है तो आप सोच नहीं सकते है आप कितना अपने ब्लॉग के जरिये earn कर सकते है तो आईये Search Engine Optimization ( SEO ) को विस्तार से समझते है.

  • search engine optimization आपके ब्लॉग वेबसाइट को खोज के अनुकूल बनता है जिसके परिणामस्वरूप ब्लॉग आगंतुक के खोज परिणामो में आता है.
  • SEO आपके वेबसाइट की OTHORITY को बढ़ता है जिससे आपको आगे जाकर काफी लाभ होता है.
  • वेबसाइट का seo करके आप लाखो रुपये कमा सकते है ब्लॉग वेबसाइट से पैसे कमाने के लिए Blog का SEO Friendly होना बहुत जरुरी है.
  • Search Engine Optimization बहुत ही जादा मायने रखता है जब आपका ब्लॉग आर्टिकल गूगल के पहले पेज पर आता है तो विजिटर को आपके ब्लॉग वेबसाइट पर Trust बढ़ जाता है उसको लगता है की इस ब्लॉग का साड़ी इनफार्मेशन बहुत ही बढ़िया है और मेरे लिए महत्वपूर्ण है.

SEO कितने प्रकार के होते है Type of SEO in Hindi

मुख्यता SEO दो प्रकार के होते है पहला ON Page SEO और दूसरा Off Page SEO और ये दोनों एक दुसरे से बिलकुल भिन्न होते है इसके आलावा एक seo ओर भी होता है जिसको Local SEO के नाम से जानते है.

1.ON Page SEO
2.Off Page SEO
3.Local SEO

तो आईये इन सब को विस्तार पूर्वक समझते है.

1. ON- Page SEO क्या हैं?

On Page SEO optimizing individual web pages को दर्शाता है जिसमे आपके ब्लॉग की थीम, आपके ब्लॉग का structure, ब्लॉग को कैसे Design किया गया है यानी की ब्लॉग की जितनी भी Individual चीजे होती है वह सब On-page SEO के अंतर्गत आती है.

ऑन पेज एसईओ साईट के खोज परिणामो को सुधार करने और यातायात को अर्जित करने का तरीका है जो की खोज इंजन को वेबसाइट के बारे में समझाने में काफी मदत करता है.

इसलिए जब आप अपने ब्लॉग के लिए कोई प्रीमियम थीम ख़रीदे तो अच्छी प्रकार से जाच कर ही ख़रीदे हो सके तो आप किसी Blogger की Help भी ले सकते है क्योकि ब्लॉग का seo Friendly होना बहुत जरुरी होता है.

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और ऑन पेज एसईओ (SEO) में ब्लॉग का Meta Description, blog की Title, Meta Heading& Content आदि चीजे आती है जो की ब्लॉग को Google पर Rank करने के लिए काफी मदतगार सावित होती है.

On Page SEO Techniques in Hindi

On Page SEO किसी भी वेबसाइट के उच्चतर रैंक और खोज सर्च इंजन में वेबसाइट या ब्लॉग को व्यक्तिगत वेब पृष्ठों को अनुकूल करने की प्रकिया है

website का On Page SEO करना बहुत जरुरी है वेबसाइट का On Page SEO कई वर्गों में विभादित है जो की वेबसाइट का On Page करने में काफी मदतगार सावित होता है तो आईये On Page Seo को अच्छे से समझते है.

1. SEO Friendly Theme

अगर आपका ब्लॉग wordpress पर है तो आपको अपने theme को लेकर चिंतन जरूर करना चाहिए क्योंकि on page seo में अहम भूमिका ब्लॉग के थीम की भी होती है.

ऐसा इसलिए क्योंकि ब्लॉग का पूरा स्ट्रक्चर wordpress theme पर ही depand करता है जिससे सर्च इंजन को ब्लॉग को read करने में परेशानी नहीं होती है जिसके परिणाम स्वरूप ब्लॉग वेबसाइट गूगल के खोज परिणाम में आने लगती है.

अगर आप अपने ब्लॉग के लिए SEO Friendly theme की तलास में है तो आपको नीच 10 seo friendly theme के नाम दिए जा रहे है जो की आपके ब्लॉग के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है।

  1. Jevelin
  2. Gillion
  3. Soledad ( इस ब्लॉग पर इस्तेमाल की जाने वाली थीम)
  4. Divi
  5. Newspaper
  6. MagPlus
  7. SEO WP
  8. Good Life
  9. NewsMag Pro
  10. Independent

2. Blog Speed

On page seo के लिए ब्लॉग वेबसाइट की स्पीड भी काफी मायने रखती हैं अगर ब्लॉग की स्पीड स्लो है तो गूगल के पास आपके ब्लॉग वेबसाइट का Nagative Impration पहुंचता है जो की ब्लॉग ओनर के लिए काफी दुखत पूर्ण हो सकता है.

Seo के द्वारा एक servay में पाया गया है कि विजिटर किसी ब्लॉग वेबसाइट का खुलने का समय 5 -6 secand ही wait करता है यदि इस बीच में आपका ब्लॉग नही खुलता है या इससे भी जाड़ा समय लेता है तो visitor Website से remove कर जाता है.

जिससे google को लगता है की यह वेबसाइट विजिटर के अनुकूल नहीं बनाई गई है और जो विजिटर जानकारी चाहता है वह जानकारी यह देने में विफल है और भी आपके वेबसाइट को गूगल ऑटोमेटिक Ranking Down कर देता है.

अक्सर ये समस्या नए ब्लॉग के साथ होती है क्योंकि उनको मालूम नही होता है और अपने ब्लॉग में अनचाहे tool को add करते जाते है जैसे की बीना जरूरत के plugin add करना बार बार थीम चेंज करना और तो और इमेज किं साइज को बीना कम किए अपलोड करना.

आप अपने ब्लॉग की स्पीड को बढाने के लिए WP- Super cach या W3 Total cach Plugin 🔌 का इस्तेमाल कर सकते हैै इसकेे लिए कुछ पैसे pay करनेे होंगे क्योंकि यह प्लगइन फ्री नही है.

3. Meta Description

Meta Description जिसको मेरा विवरण के नाम से भी जाना जाता है इसकी on page seo में एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है क्योंकि यह सर्च इंजिन में खोजे गए महत्वपूर्ण बिंदुओं को सर्च इंजिन को बताता है.

यह आर्टिकल में बारे में खोज इंजन को आर्टिकल का विवरण प्रदान करते है जिनको SERPs के रूप में भी जाना जाता है आर्टिकल को नंबर #1 की पोजिशन पर लाना है की नही लाना है यह सर्च इंजन के द्वारा तय किया जाता है.

ऐसा नहीं है की मेटा विवरण कर on page seo को अनुकूल करने में मदत नही करता है यदि पृष्ठ मेटा विवरण का अनुकूल रूप से विवरण दिया गया है तो यह वकही में पोस्ट को रैंक करने में मददगार साबित होता है.

4. Content Quality

एक ब्लॉगर को कंटेंट क्वालिटी के बारे में जानना बहुत जरूरी है क्योंकि यह On Page SEO का एक ऐसा हिस्सा है जो की एक आर्टिकल को गूगल पर रैंक करने में काफी हद तक मदत करता है.

कंटेंट क्वालिटी जो की गूगल को बताता है की पृष्ठ में उपस्थित सामग्री ज्ञान वर्धक है जो आगंतुक को जानकारी चाहिए वह सारी जानकारी इस पृष्ठ में उपलब्ध है जिससे गूगल उस वेब पृष्ठ को ऊपर उठाने लगता है.

बिना कंटेंट क्वालिटी के किसी भी आर्टिकल को गूगल के टॉप 10 लिस्ट में नहीं लाया जा सकता है इस लिए कंटेंट को किंग भी कहाँ जाता है तो आर्टिकल के कंटेंट क्वालिटी पर विशेष ध्यान दे.

5. Long Tail Keyword का इस्तेमाल करें

यदि आप एक नए ब्लॉगर है और अपने पोस्ट को गूगल पर जल्दी रैंक करवाना चाहते है तो आप Long Tail Keyword का इस्तेमाल करें क्योकि लाँग टेल कीवर्ड को गूगल पर रैंक करवाना बहुत ही आसन होता है.

ऐसे बहुत से केवोर्ड फ्री टूल्स है जिनकी मदत से किसी भी आर्टिकल लिखने के लिए कीवर्ड को निकला जा सकता है जो की आपको बताता है की आप इस कीवर्ड पर अपना आर्टिकल लिखते है.

तो रैंक करेगा की नहीं इससे आपको काफी ज्यादा हेल्प होती है वाही आप लंबे पूंछ वाले कीवर्ड का उपयोग करते है तो ऐसे में आर्टिकल को रैंक करने के चांसेस काफी हद तक बढ़ जाते है.

अपने पोस्ट के लिए कीवर्ड रिसर्च करने के लिए आप Keyword Research Tools का उपयोग कर सकते है यह एक फ्री टूल्स है जो की कीवर्ड रिसर्च करने में काफी सहायता करता है.

6. Title Tag

On page seo में टाइटल टैग की भी भूमिका होती है टाइटल टैग पृष्ठ के शीर्ष के ऊपर होता है यह किसी भी वेबसाइट के ऊपरी हिस्से पर दिखाई नही देता है इसको आप एक तरह की कोडिंग भी बोल सकते है.

यदि आप अपने आर्टिकल का टाइटल टैग पृष्ठ से विपरीत डालते है ऐसे में गूगल को पृष्ठ के प्रति भ्रामक पैदा हो जाता है परिणाम स्वरूप गूगल उस वेब पृष्ठ की रैंकिंग को नीचे करने लगता है.

7. लम्बा आर्टिकल लिखे

अपने आर्टिकल को टॉप 10 की लिस्ट में लाना चाहते है तो आर्टिकल की लेंथ को बढ़ाना चाहिए, आप जितना बड़ा आर्टिकल लिखेंगे उनता ही on page seo आपके ब्लॉग पृष्ठ पर काम करता है.

लम्बा आर्टिकल होने से लिखे गए आर्टिकल की सारी जानकारी एक ही पृष्ठ में कवर हो जाती है इससे गूगल को भी लगता है की इस पृष्ठ पर दी गई जानकारी इस आर्टिकल को पूरा करती है जो की क्वालिटी आर्टिकल की निशानी है.

लम्बा आर्टिकल लिखने के साथ इस बात का विशेष ध्यान रखे की आर्टिकल की गुणवक्ता अच्छी होनी चाहिए ऐसा नहीं है की आर्टिकल कैसा भी घिसा पिटा सा हो कॉपी पेस्ट तो बिल्कुल नही किया होना चाहिए, आर्टिकल से लेंथ कम से कम 2,000 शब्द का होना चाहिए.

8. Article की Title को Optimize करें

आर्टिकल की जान आप आर्टिकल के टाइटल को कह सकते है क्योकि 2000 से 2500 तक जितनी भी लेंथ आपके आर्टिकल की होती है वह सारी की सारी अतिकाल के टाइटल पर ही निर्भर करती है.

Article के Title को अच्छे से Optimize करना बहुत ही जादा जरुरी होता है यदि आर्टिकल की टाइटल को ऑप्टिमाइज़ नहीं किया गया है तो आर्टिकल को सर्च कंसोल में सबमिट करते हुए.

सर्च कंसोल को आर्टिकल के टाइटल को न समझ पाने के कारण उसमे त्रुटी आ जाती है जिससे वह आर्टिकल कितना भी अच्छा क्यों न लिखा गया हो वह गूगल पर रैंक नहीं करता है.

इस लिए आर्टिकल के Quality Content के साथ साथ आर्टिकल के टाइटल पर भी ध्यान देना जरुरी है, एक ऑप्टिमाइज़ की गई टाइटल को गूगल पर रैंक करने में किसी भी तरह की परेशानी नहीं आती है.

9. Video और Image को पोस्ट में Add करें

पोस्ट में विडियो और इमेज को जरुर ऐड करे, यदि आपके पास विडियो नहीं है तो आप इमेज को ऐड कर सकते है क्योकि On Page SEO के Image का होना जरुरी है.

जब भी आप आर्टिकल लिखे तो उसमे एक इमेज जरुर ऐड करें, और Add की गई Image का Alt Text या Atl Tag जरुर डाले, Alt Text डालने से आपके आर्टिकल के साथ आपके इमेज भी गूगल पर रैंक करेंगे.

यह On- Page SEO का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है क्योकि बिना किसी छवि के आर्टिकल अधुरा होता है और वही यह SEO का भी काम करता है इमेज का Alt Text यह बताता है की यह इमेज कौन से वेबसाइट से लिया गया है और इसका क्या मतलब है.

10. अधिक कीवर्ड का उपयोग न करें

कई नए ब्लॉगर यह गलती बार बार दोहराते है जो की एक ब्लॉग के लिए बहुत ही भयानक स्थिति पैदा कर सकता है क्योकि पोस्ट में कीवर्ड को अधिक बार उपयोग करना यह seo के खिलाफ है.

Keyword Stuffing के वजह से आपके पोस्ट की रैंकिंग डाउन होती है बहुत से लोगो को लगता होगा की पोस्ट में कीवर्ड का इस्तेमाल बार बार करना बहुत ही अच्छी बात है इससे हमारा पोस्ट नंबर #1 की स्थिति पर आ जायेगा.

लेकिन ऐसा नहीं होता है इसका उल्टा होता है क्योकि Stuffing Keyword गूगल को भी न पसंद रहता है गूगल तुरंत पकड़ लेता है की आर्टिकल में कीवर्ड को भरमाया गया है और वह पोस्ट रैंकिंग को डाउन कर देता है.

11. कीवर्ड पहले के 100 शब्दों में डाले

किसी भी टॉपिक पर आप जब भी अपना आर्टिकल लिखे तो सबसे पहले के 100 Word के बीच में keyword का इस्तेमाल जरुर करें, कीवर्ड का फर्स्ट पैराग्राफ में इस्तेमाल करने से Google को समझाने में आसानी होती है.

की किस टॉपिक पर आर्टिकल लिखा गया है और ठीक इसी प्रकार Search Console भी काम करता है जब आप अपने आर्टिकल को सर्च कंसोल में सबमिट करते है.

पोस्ट के हर एक पेज को वह क्रोल करता है पहले पैराग्राफ में ही कीवर्ड का होना, और पोस्ट की टाइटल में सामान कीवर्ड का होना, वह तुरंत समझ जाता है की पोस्ट किस टॉपिक पर है.

12. अपने ब्लॉग वेबसाइट को मोबाइल फ्रेंडली बनायें

On-Page SEO में यह बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है क्योकि अधिकतर सर्च मोबाइल के द्वारा ही किये जाते है तो सुनिश्चित करें की आपकी वेबसाइट मोबाइल फ्रेंडली है की नहीं वेबसाइट मोबाइल फ्रेंडली है की नहीं यह जाचने के लिए आप यहाँ पर क्लिक करें .. Click Here

13. Outbound Links (External Link) का उपयोग करें

Outbound Link जिसको External Link के नाम से भी जाना है यह seo के लिए बहुत जरुरी होता है Outbound Link का मतलब होता है बाहरी लिंक जो की किसी अन्य वेबसाइट से लिए जाते है.

2. Off – Page SEO क्या है? Off Page SEO Techniques in Hindi

seo में Off Page SEO का भी बहुत योगदान रहता है किसी ब्लॉग या साईट में On Page SEO और Off Page SEO दोनों की मजबूती बनी है और वह नयी वेबसाइट है तो उसको गूगल पर रैंक करने से कोई नहीं रोक सकता है.

Off Page SEO मुख्यतः उस Technique को कहते है जो की बाहरी तरीके से वेब पृष्ठ को ऑप्टिमाइज़ करने में मदत करता है सामान्य रूप से Off Page SEO को हम कुछ इस प्रकार से समझ सकते है.

जब किसी नए पोस्ट पृष्ठ को किसी ब्लॉग या वेबसाइट के द्वारा पब्लिश किया जाता है पब्लिश होने के उपरांत पोस्ट में जिनती भी कार्य विधिया की जाती है जो की पोस्ट को सर्च इंजन के top 10 की लिस्ट में आने में मदत करती है.

उन सारी गतविधियों को ऑफ पेज एसईओ कहाँ जाता है किसी पृष्ठ का Off Page SEO में निम्नलिखित कार्य आते है.

  • Article की Backlink Create करना
  • पोस्ट को शेयर करना
  • Guest Post करना
  • wikipedia जैसी वेबसाइट पर अपने पोस्ट का लिंक डालना
  • दूसरो की वेबसाइट पर कमेंट करना
  • Social Media

1. Article की Backlink Create करना

Backlink पोस्ट को रैंक करने में काफी मदत करती है अगर आप अपने ब्लॉग के लिए किसी High Quality , DA, PA वाली वेबसाइट से Backlink बनते है तो आपकी कितनी भी नयी क्यों न हो गूगल पर First Page पर रैंक करेगी.

2. पोस्ट को शेयर करना

अगर आपका कोई ऐसा फेसबुक पेज है जिस पर रोजाना के 2,000-4,000 visitor आते है और आप उस पेज पर अपना आर्टिकल शेयर करते है ऐसे में आपकी वेबसाइट पर बबहुत सारा ट्रैफिक आने की सम्भावना बढ़ जाती है.

और दूसरी बात यह की अधिक ट्रैफिक आने के कारण ब्लॉग का DA, PA बढ़ता है क्योकि पोस्ट पर audience retention काफी जादा होता है जिससे गूगल को लगता है की पोस्ट यूजर फ्रेंडली है.

इसके फलस्वरूप आपके पोस्ट को गूगल ऊपर उठाने लगता है तो आप समझ गए होंगे की Off Page SEO के लिए पोस्ट को शेयर करना भी जरुरी है.

3. Guest Post करना

Guest Post, Off Page SEO के लिए ये बढ़िया तरीका है गेस्ट पोस्ट में आप किसी दुसरे ब्लॉग के लिए पोस्ट लिखना होता है बदले में आप उस पोस्ट में अपने ब्लॉग का लिंक डाल सकते है.

यदि आप जिस ब्लॉग पर अपने द्वारा लिखे गए पोस्ट झासा करना चाहते है उनके द्वारा Guest Post Accept किया जाता है और उस ब्लॉग की domain authority अच्छी है.

तो वह आपके ब्लॉग के लिए फायदेमंद सावित हो सकता है क्योकि उस ब्लॉग के DA, PA की वजह से आपके ब्लॉग पर भी काफी ज्यादा फायदेमंद सावित हो सकता है भविष्य में.

4. wikipedia जैसी वेबसाइट पर अपने पोस्ट का लिंक डालना

wikipedia ऐसी वेबसाइट है जिसमे रोजाना का लाखो का ट्रैफिक आता है इसके साथ ही आप अपने ब्लॉग का या ब्लॉग पोस्ट का लिंक की इस वेबसाइट पर डाल सकते है.

बीना किसी की इजाजत के, लेकिन अपने ब्लॉग का लिंक इस वेबसाइट पर डालने से पहले आपको आपको इस वेबसाइट के बारे में जान लेना जरुरी है.

आपको Wikipedia पर अपने ब्लॉग का लिंक शेयर करने के लिए आपका इस वेबसाइट पर एक अकाउंट होना चाहिए दूसरी बात यह है आपका पोस्ट Quality Content होना चाहिए.

5. दूसरो की वेबसाइट पर कमेंट करना

off page seo का यह बहुत ही बढ़िया और Easy तरीका है इस प्रणाली में दूसरो के वेबसाइट या ब्लॉग कर कॉमेंट्स करके Backlink बनाया जाता है.

आपको बस किसी दूसरी वेबसाइट / ब्लॉग पर जाना है और उस ब्लॉग पर एक अच्छा सा कमेंट्स कर देना है किये गए कमेंट्स के अन्दर अपने ब्लॉग का लिंक सबमिट करना न भूले.

यदि आपने द्वारा किये गए कमेंट्स को ब्लॉग का ओनर Approve कर देता है तो आपके अपने ब्लॉग के लिए एक Backlink फ्री में मिल जाती है

6. Social Media

ऐसे बहुत से सोशल प्लेटफार्म है जहाँ पर आप अपने ब्लॉग के नाम से उस सोशल प्लेटफार्म पर अपना अकाउंट क्रिएट कर सकते है अकाउंट बनाते समय अपने ब्लॉग का URL जरुर सबमिट करें.

अपने ब्लॉग वेबसाइट के Backling के लिए आप इन सोशल प्लेटफार्म का चयन कर सकते है Facebook, Twitter, Linked in, Instagram, Google+

3. Local SEO Guide

Local SEO एक ऐसी प्रकिर्या है जो की लोकल क्षेत्रो के SEO को लक्षित कर करती है जिसमे खाश कर अस्थानीय व्यवसाय आ सकते है इस लोकल एसईओं रणनीति में आस पास के उपस्थित बिज़नस, बस स्टैंड आदि.

पब्लिक प्लेस जैस जगहों में उपस्थित कार्यो को Local SEO में दिखाया जाता है Local SEO का सबसे अच्छा Example: Google My Business है.

SEO और SEM में अंतर क्या है?

SEO और SEM ये दोनों एक ऐसी तकनीक है जिसके जरिये वेबसाइट पर यातायात को लक्षित किया जाता है लेकिन यह फिर भी एक दुसरे से भिन्न है आईये SEO और SEM में क्या समानताए है जान लेते है.

SEO

Search Engine Optimization (SEO) एक ऐसी Techniques है जो की Quality Content को अपने Search Result में दिखता है और इसके द्वारा वेबसाइट को कुछ इस प्रकार से Optimize किया जाता है जिससे अधिक जैविक यातायात वेबसाइट पर आ सकें.

SEO Unpaid और Organic में Search Engine में सर्च किए गए खोज परिणाम के पृष्ठों (SERPs) के द्वारा रैंक करने के लिए लगातार वेबसाइट को अनुकूल करने का अभ्यास है.

SEM

Search Engine Marketing (SEM) यह ऐसी Techniques है जिसके अन्दर organic और paid दोनों तरह के Traffic को लक्षित करता है इसके नाम के तरह,

Search Engine Marketing (SEM) नाम से ही स्पष्ट है की इसके द्वारा जितनी भी Marketing और Business से जुडी वेबसाइट है यह उन सब को Promote करने के लिए उपयोग में लाया जाता है.

खास कर यह Paid किये किये यातायात के लिए जाना जाता है जब भी कोई व्यक्ति अपने अपने व्यवसाय को कुछ पैसे लगाकर प्रोमोट करता है तो वह सर्च रिजल्ट Ad के रूप में सबसे ऊपर दिखाया जाता है.

अगर वही आपने द्वारा जिस पृष्ठ को प्रोमोट किया गया है और Same उसी तरह के पृष्ठ को किसी अन्य के द्वारा गूगल पर प्रोमोट किया जाता है वह भी आपसे अधिक पैसे देकर,

तो ऐसे में आपके द्वारा लगाया गया Ad Search Engine Marketing (SEM) आपके Ad को नीचे कर देता है और इसके विपरीत अधिक पैसो में लगाये गए Ad को (SEM) ऊपर कर देता है.

Apne Blog Ke Liye “SEO Kaise Karen”?

हर नए ब्लॉगर की यही समस्या है ब्लॉग बनाने के लिए तो हर कोई अपना ब्लॉग बना लेता है लेकिन अपने ब्लॉग को लम्बे समय तक बनाए नही रख पाता है.

क्योंकि सुरुआती समय में अधिकतर बाते समझ में नही आती है की हम अपने ब्लॉग पर ट्रैफिक कहा से लाए, मैने ऐसे बहुत से नए ब्लॉगर को देखा है जो दूसरे पॉपुलर ब्लॉग के पोस्ट को कॉपी करते है.

और फिर बोलते है हमारे ब्लॉग पर ट्रैफिक नही आता है Blog पर ट्रैफिक न आने का यह सबसे बड़ा कारण है अगर अपने ब्लॉग को दूसरो के ब्लॉग जैसे पॉपुलर बनाना चाहते हो तो आपको किसी अन्य ब्लॉग की कॉपी नहीं करनी है.

यदि आप नीचे बताई गई जानकारी को अच्छी तरह से पढ़ते है और अपने ब्लॉग पर आजमाते है तो आपको बिना किसी पैसे के बिना किसी Paid Source के आपका पोस्ट गूगल पर रैंक करने लगेगा.

फिलहाल आइए विस्तार से जानते है की अपने ब्लॉग के लिए SEO कैसे करें?

Copy न करे

यदि आप किसी अन्य ब्लॉग के पोस्ट को कॉपी करके अपने ब्लॉग पर डालते हो तो आपका वह पोस्ट जो कॉपी किया गया है वह गूगल के पहले पेज पर कभी भी नहीं आ सकता है.

क्योंकि जितने भी पोस्ट के लिंक गूगल सर्च कंसोल में सबमिट किए जाते है उन सब को गूगल हर एक paragraph एनलाइज करता है वही जब आप कॉपी किए गए पोस्ट को सर्च कंसोल में सबमिट करते है.

तो वह तुरंत पकड़ लेता है और आपके पोस्ट की रैंकिंग को डाउन कर देता है इस लिए कभी भी कॉपी न करें.

National Information पर अपना पोस्ट लिखे

यदि आपका ब्लॉग बिलकुल नया है तो यह तरीका आपके लिए बेस्ट है आपको राष्ट्रीय स्तर पर को भी कार्य विधियां होती है उनके बारे में सबसे पहले लिखना है.

जैसा कि अभी हाल ही में Confederation of all india traders (CAIT) ने भारत सरकार के साथ मिलकर भारत ई मार्किट एप को लांच किया, यदि आप ऐसी जानकारी के ऊपर अपना पोस्ट लिखते है.

तो वह जरुर तो जरुर Goole के Top #10 की लिस्ट में आ जाता है क्योकि यह एक नयी जानकारी होती है जिसके कारण गूगल पर इसके बारे में एक भी पोस्ट नहीं होता है.

गूगल पर एक भी पोस्ट न होने के कारण competition बहुत ही जादा कम होता है और पोस्ट आपका रैंक करने लगता है इस लिए नयी जानकारी पर विशेष कर अपना फोकास करे खास कर नए ब्लॉगर,

SEO Friendly पोस्ट लिखे

article लिखना बहुत बड़ी बात नहीं है लेकिन वह आर्टिकल कैसे लिखा जा वह बड़ी बात है आप किसी भी टॉपिक पर अपना पोस्ट लिखे तो विशेष ध्यान दे की वह पोस्ट एसईओं फ्रेंडली होना चाहिए.

पोस्ट लिखते समय एक Paragraph में Minimum 3 से 4 लाइन का ही उपयोग करे, जब आप ऐसा पोस्ट लिखते है तो आपके पोस्ट को सर्च कंसोल तुरंत सबमिट कर लेता है.

क्योकि पृष्ट में दिए गए पैराग्राफ सही ढंग से बनाये गए होते है जिससे वह उनको तुरंत सबमिट कर लेता है साथ साथ यह SEO की भी एक कड़ी है तो कम अपने पोस्ट के पैराग्राफ को जादा लम्बा न घिचें.

दूसरो की ब्लॉगर कॉपी करें

यहाँ पर मेरा दूसरो की कॉपी करने का मतलब उनका पोस्ट कॉपी करना नहीं है दुसरे ब्लॉगर के आप आइडियाज को कॉपी कर सकते है यदि आप ब्लोगिंग के करियर में बिलकुल नए है.

आपके लिए यह टिप्स बहुत ही काम की है आपको जिस भी ब्लॉगर का लिखा गया पोस्ट अच्छा लगता है उस पोस्ट को खोले और देखे की यह पोस्ट कैसे लिखा गया है.

पोस्ट लिखने की स्टाइल क्या है पोस्ट में कीवर्ड का कैसे इस्तेमाल किया गया है पोस्ट कितना लम्बा लिखा गया है पोस्ट में इमेज कितने है ये सारी चीजो आप बारीकी से समझे फिर इनको अपने ब्लॉग पर इस्तेमाल करें.

पोस्ट में HTML का उपयोग करें

यह एक Markup Language है यदि आपको कोडिंग थिदा बहुत नॉलेज है तो आप HTM भाषा का इस्तेमाल अपने पोस्ट में कर सकते है इससे आपका पोस्ट 99% दूसरो की पोस्ट से Different हो जायेगा.

फिर कॉपी के चांसेस बहुत ही कम हो जाते है और आपके पोस्ट को गूगल ऊपर उठाने लगता है यदि आपको HTML Language का Knowledge नहीं है.

तो उसमे ज्यादा सोचने की जरुरत नहीं आप बिना HTML के भी अपने पोस्ट को गूगल पर रैंक करा सकते है.

SEO के बारे में जानकारी (Terms)

यदि आप एक ब्लॉगर है या अपना खुद का एक ब्लॉग बनाने की सोच रहे है तो उससे पहले आपको SEO के Terms के बारे में जन लेना चाहिए क्योकि एक ब्लॉग में seo की बहुत ही ज्यादा जरुरत पड़ती है.

SEO में कौन-कौन सी जानकारी आती है अपने ब्लॉग के लिए सुम्पूर्ण seo कैसे करें, seo में कौन कौन से फैक्ट सामिल होते है ये सारी जानकारी आपको निम्नलिखित दी गई है तो आईये जानते है.

1.Anchor Text

seo का ये एक अहम् मुद्दा है Anchor Text लिंक में दिए गए टेक्स्ट को कहा जाता है जो Clickable होता है इसमें आप अपने कीवर्ड को डाल सकते है.

2.Backlink

यह अपनी परिभाषा अपने नाम से ही बता रहा है Backlink किसी दुसरे ववेबसाइट से किसी अन्य वेबसाइट का Hyperlink होता है जो की क्लिक करने पर मैन वेबसाइट पर पंहुचा देता है seo की दृष्टी से Backlink की अहम् भूमिका होती है वेबसाइट के लिए.

3.Title Tag

आप अपनी टाइटल को अच्छी तरह से ऑप्टिमाइज़ करें क्योकि SEO के लिए टाइटल टैग को अच्छी तरह से ऑप्टिमाइज़ करना भी बहुत जरुरी है इस लिए इसको नजर अंदाज न करें.

4.Meta Tag

Meta Tag वेबसाइट के अन्दर के कोड का एक हिस्सा है खास कर इसका इस्तेमाल HTML में किया जाता है blog के नजरिये से आप इसको अपने पोस्ट का कीवर्ड समझ सकते है.

खास कर इसका इस्तेमाल पोस्ट के डिस्क्रिप्शन में किया जाता है जो की seo का एक महत्वपूर्ण Factor होता है.

5.SERP

अगर आप इसको ऑप्टिमाइज़ करना सिख जाए तो आप किसी भी पेज को #1 की Position पर ला सकते है SERP का पूरा नाम Search Engine Result Page है.

यह उन्ही पेज के पैराग्राफ को दिखता है जो वकाही में उस पेज से जुडी जानकारी का विवरण करता हो आर्टिकल को ओपन करने के बाद यह उनको High Light कर देता है.

6.Keyword Density

आप जब भी अपना पोस्ट लिखे उसमे keyword Density कम करें, क्योकि जब आप अपने कीवर्ड का बार बार इस्तेमाल करते है तो गूगल की नजर में यह एक तरह का Spam होता है.

तो इसका विशेष ध्यान रखे जहाँ पर कीवर्ड की जरुरत होती है वाही पर अपने पोस्ट के कीवर्ड का इस्तेमाल करें हर पैराग्राफ में कीवर्ड को डालने की अवस्कता नहीं है.

7.Keyword Stuffing

यह भी कीवर्ड डेंसिटीकी तरह ही काम करता है जो की seo की दृष्टी से इसका भी पोस्ट को रैंक करने में बहुत ही अच्छा योगदान होता है.

8.PageRank:

या एक गूगल का  algorithm है जो की तय करता है की आगंतुक को कौन सी जानकारी चाहिए, जो जानकारी चाहिए होती है गूगल उस पेज को सबसे ऊपर और हाईलाइट कर देता है.

Organic और inorganic results क्या होते हैं?

internet पर दो तरह के रिजल्ट दिखाए जाते है जो की पहला Organic होता है और दूसरा Inorganic होता है जब Human द्वारा गूगल पर किसी भी टॉपिक को सर्च किया जाता है.

उसमे दो खोज परिणाम निकल कर सामने आते है जिसमे हम Organic और Inorganic के नाम से जानते है Organic उन खोज परिणाम को कहाँ जाता है जो की जैविक खोज परिणाम होते है.

जिसको निशुल्क खोज परिणाम भी कह सकते है वाही ठीक इसके विपरीत Inorganic Result होते है को Google हमेशा ऊपर रखता है क्योकि वह उनसे पैसे लेता है जिसको Ad भी कह सकते है.

SEO की पूरी जानकारी हिंदी में

तो दोस्तों आपको यह लेख SEO क्या है और कैसे करें? (What is SEO in Hindi) आपको कैसा लगा, मैं उम्मीद करता हूँ की आप लोगो को यह लेख जरुर पसंद आया होगा, मैंने अपनी तरफ से सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन पूरी जानकारी हिंदी में  दि है फिर भी आपको लगता है.

की इस Post में कोई गलती रह गयी है या फिर आर्टिकल पूरा नही है, तो आप नीचे Comment Box में Comments करके हमें सूचित कर सकते है और हम इस आर्टिकल को सुधारने की पूरी कोशिश करेंगे, यहाँ तक पोस्ट पढ़ने के लिए आपका दिल से आभार.

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1 comment

Vicky Kumar 10/07/2021 - 12:04 PM

Good

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