पेन का आविष्कार किसने किया और कब?

by Hindraj Kumar
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क्या आपको मालूम है की पेन का आविष्कार किसने किया और कब? ये सवाल कुछ लोगों को मामूली सा सवाल लगता होगा किन्तु सर्व प्रथम पेन का आविष्कार किसने किया यह एक मामूली सवाल नहीं है.

यदि आपने किसी भी Job के लिए Interview दिया होगा तो आपको मालूम होगा की अक्सर जॉब के जो भी इंटरव्यू होते है उसमे कुछ इसी तरह के सवाल पूछे जाते है.

अगर आज की बात करें तो बहुत से लोगों को पेन का आविष्कार किसने किया? मालूम नहीं होगा क्योकि बढ़ती तकनीकी के कारण हमारे सामने एक से बढ़कर एक Gadget है.

हम उनमे ही व्यस्त रहते है लेकिन कई सारी ऐसी पुरानी चीजे है जिनको हम जानते तो है किन्तु यह चीजे कैसे आई या फिर इनको किसने बनाया ऐसी बातो पर बहुत ही कम लोग ध्यान देते है.

और ऐसी बहुत सी चीजे है जो की सदियों से है और हम उनका इस्तेमाल आज भी करते हैं जिनमे से बहुत ही महत्वपूर्ण वास्तु है पेन /Pen जी हाँ यह यह बहुत समय पहले से ही इसका इस्तेमाल हम मानव करते है.

पहले के ज़माने में उसका इस्तेमाल बहुत किया जाता था क्योकि उस समय में Phone, Email नहीं था एक दुसरे व्यक्ति के शुभ समाचार जानने के लिए चिठ्ठी लिखी जाती है.

यदि पूरा पाषाण काल की बात करें तो कलम जो की पच्छियों का पंख भी हुआ करता था और दवात यानी की स्याही के जरिये संदेसा लिखा जाता था और यह सिलसिला हमारे भारत में बहुत दिनों तक चला.

किन्तु आज के समय में टेक्नोलॉजी आगे होने के कारण Pen का इस्तेमाल बहुत ही कम हो चूका है क्योकि जादातर सन्देश Online ही भेजे जाते है जैसे Email, WhatsApp, imo, Messenger,

इसके कारण पेन और कॉपी की Demand बहुत ही कम हो चुकी है क्योकि जादा तर लोग अपने आधे से जादा काम Mobile, Tablet जैसे उपकरण के जरिये करते है जिसके फलस्वरूप पेन का महत्व कम हो चूका है.

लेकिन हर जगह ये उपकरण काम नहीं आते है आज भी कई ऐसे जरुरी काम होते है जो की पेन के बिना करना मुश्किल होता है हमको कोई फॉर्म भरना है तो वहा पर पेन का इस्तेमाल करते है.

चेक भरना है तो वहां पर भी पेन का इस्तेमाल करते है या फिर कोई जरुरी Nots अचानक नोट करना है तो वहां पर पेन ही काम आती है यानी की पेन हमारे जीवन में एक अहम् भूमिका निभाता है.

जो की एक तरह से हमारी जिन्दगी को और आसान बनता है तो आब तक आप समझ गए होंगे की पेन कितना जरुरी होता है हमरे दैनिक जीवन को जीने के लिए,

हम हर दिन Pen का इस्तेमाल करते है लेकिन इसके बारे में अधिक जानने की कोशिस नहीं करते है की पेन आविष्कार किसने किया था तथा पेन का आविष्कार कब हुआ?

अगर आपको जानना है तो इस लेख को आखिरी तक जरुर पढ़े जिसमे हम जानेंगे की Ink Pen Ka Aavishkar Kisane Kiya Puri Jankari तो चलिए जान लेते है.

पेन क्या है?

Pen ka avishkar kisne kiya
pen ka avishkaar

पेन जो की एक सामान्य उपकरण है जिसका उपयोग लेखन के लिए किया जाता हैं यानी की कागज की ऊपरी सतह पर स्याही जिसके द्वारा लगाया जाता है उसको कलम कहते है.

अगर बात करें पुराने समय की तो उस समय किसी भी तरह का पत्र लिखने के लिए स्याही और पेन के रूप में मोर के पंखों का उपयोग किया जाता था.

उसको मुख्यता रीड पेन, क्विल पेन, और डिप पेन के नाम से जाना जाता था और इन्ही पेन का इस्तेमाल किया जाता था जिनको स्याही में डुबोकर कागज के ऊपरी पर लिखने का काम किया जाता था.

वाही आज के समय में Dot Pen, Ball Pen, Gall Pen etc का उपयोग लेखन के लिए किया जाता है जिसमे लिब की जगह एक छोटा गोलकार छर्रा लगा हुआ होता है.

जो की पेन में उपस्थित सिक्के के खोखले भाग द्वारा स्याही को छूता है और सिक्के के दुसरे छोर पे जहाँ पर स्याही ख़त्म होती है उसके ठीक आगे एक रंगहीन जेल होता है जो पेन की स्याही को दूसरी ओर से बहने से रोकता है और उसको आगे की तरफ जाने के लिए प्रेरित करता है.

और जब हम नीब में उपस्थित छोटे छर्रे को किसी कागज पर घुमाते है तो स्याही में डूबे होने के कारण और दूसरी छोर पर जहाँ पर पेन की स्याही ख़त्म होती है जेल जो स्याही को आगे जाने के लिए प्रतीत करता है.

जिसके परिणाम स्वरूप पेन में उपस्थित स्याही छोटे छर्रे के घुमाने के कारण स्याही उस छर्रे के चारो ओर जो जगह खाली होती है वहां से स्याही निकलती है चुकी छर्रे के चारो तरफ बहुत ही कम जगह होती है.

जिसके कारण कम स्याही ही निकलती है जो की एक सुन्दर और स्पष्ट शब्द लिखने के लिए काफी होती है ऐसा माना जाता है की पेन / कलम का आविष्कार बहुत समय पहले हो चुका था.

जो की एक खोखल पतली छोटी Bamboo था जिसके अन्दर एक रंगीन पिसा हुआ पदार्थ डाला जाता था और उस पदार्थ को पानी के साथ मिश्रण करने से वह एक स्याही का रूप लेलेता था जिसकी मदत से उस समय में लेख लिखा जाता था.

और फिर बाद में डीप पेन की शुरुआत हुई जिसमे बम्बू (बाँस से बनी ईख की कलम ) से बनी पेन को पीछे छोड़ दिया फल स्वरूप डीप पेन का इस्तेमाल किया जाने लगा.

पेन का आविष्कार किसने किया?

Pen ka avishkar

देखिये इसके बारे में कुछ कहाँ नहीं जा सकता है की पेन का आविष्कार किसने किया क्योकि पेन, कलम हमारे बीच काफी सदियों से चली आ रही है और जो की अभी तक प्रमाणित नहीं हुआ है.

की पेन का आविष्कार किसने किया था? इस लिए पेन के आविष्कार का श्रेय किसी एक ब्यक्ति को नहीं दे सकते है वह ऐसा इस लिए क्योकि अभी तक किसी भी तरह का पुक्ता साबुत नहीं है की आखिर में पेन सबसे पहले किसने इस्तेमाल/उपयोग किया था?

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यदि हम Fountain Pen की बात करें की Fountain Pen का आविष्कार किसने किया? तो इसका जवाब है फ्रेंच इन्वेंटर Petrache Poenaru (पेट्राचे पोएनरु) जिसके द्वारा February 12, 1884 में इस पेन का आविष्कार किया गया.

यह एक ऐसी पेन है जो की धातु की निब के जरिये इसके द्वारा लिखा जाता है जो की यह पेन स्याही के साथ इस्तेमाल में लायी जाती है स्याही पानी के साथ मिला होने के कारण वह पेन की निब तक पहुचता है.

और पेपर पर निब और इंक की मदत से लिखा जाता है फाउंटेन पेन को कई लोग Zipn जिपिन के नाम से भी जानते है और इस पेन का इस्तेमाल काफी दिनों तक लोगों के द्वारा किया गया.

अगर हम वाही बात बॉल पॉइंट पेन  के आविष्कार की करें तो इस पेन के आविष्कार का श्रेय 2 ब्यक्तियो को जाता है  जिनमे से पहला नाम John J. Loud (जॉन जैकब लाउड) था और दूसरा नाम László Bíró हैं.

लेकिन इसमें भी कई तरह के मतभेद है कुछ लोगो और किताबो का कहना है की बॉलपॉइंट पेन के आविष्कार का श्रेय मुख्य रूप से जॉन जैकब लाउड को दिया जाता है.

जॉन को बॉलपॉइंट पेन (बॉल पेन) बनाने का विचार तब आया जब वह एक लेदर से बनी हुई वास्तु को सीधा काटने की कोशिश कर रहे थे किन्तु वह वास्तु काफी लम्बी और लेदर के होने के कारण यह थोड़ा मुश्किल सावीत हो रहा था.

ऐसी ही वह एक दिन अपने घर के बहार बगीचे में बैठे हुए थे तो उनके दिमाक में अचानक एक विचार आया जो था बॉलपॉइंट पेन (बॉल पेन) का आविष्कार और उन्होंने यह कुछ ही दिनों में कर दिखाया.

पेन का आविष्कार कब हुआ?

Pen invented की बात आती है तो देखिए प्राचीन काल से लेकर आज तक कई सारी पेन हमको देखने और सुनने को मिली है जिनमे से सबके नाम अलग अलग है जैसा कि सबसे पहले जहां तक मेरा अंदाजा है.

ईख की कलम का लिखने के लिए उपयोग किया जाता था जिसको एक किसी तेज धार वाले उपकरण से ईख को कलम / पेन का रूप दिया जाता था फिर उसको स्याही में डुबाकर लिखने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता था.

और इस पेन के आविष्कार का कोई तथ्य नही है अगर हम बात करें की बाॅल पेन का आविष्कार किसने किया तो इसके तथ्य का विवरण कई किताबो में दिया गया है जॉन जैकब लाउड (John Jacob Loud) ने सन् 30 अक्टूबर, 1888 में किया.

वह उस समय में लेदर की वस्तुओ को सीधे रूप में करने के लिए इस पेन का आविष्कार किया वही अगर फाउंटेन पेन 🖋️ की बात करे तो इस पेन का आविष्कार पेरिस के क्षात्र रोमानियाई पेट्रैच पोएनारू ने किया.

इसके बाद फ्रांसीसी सरकार ने मई 1827 में इस पेन को उपयोगी साबित किया इस पेन को फ्रांसीसी सरकार के द्वारा उपयोगी बताने के बाद यह पेन काफी उपयोग में लाई जाने लगी.

जब पेन का आविष्कार नहीं हुआ था तो लोग किस चीज से लिखते थे?

जब पेन नही था तो लोग किस चीज से लिखते थे? यह सवाल हम सबको सोचने पर मजबूर कर देता है की जब पेन का आविष्कार नहीं हुआ था तो लोग शिक्षित थे की नही अगर हां तो उस समय लोग लिखते कैसे थे कौन से पेन का उपयोग लिखने के लिए करते थे.

लिखने के लिए पेन का उपयोग सबसे पहली बार कमल और दावत का इस्तेमाल किया जाता था कलम सरकंडे की बनती थी जिसको ईख भी कहते है और इस ईख से बनी पेन को दवात यानी स्याही में डूबो डूबो कर लिखने के लिए किया जाता था.

कई लोग तो लेखन के लिए मोर जैसे पक्षी के पंखों का भी इस्तेमाल किया करते थे जिनमे से ऋषि मुनि जादा इसका इस सहारा लिखने के लिए करते थे.

बॉल पेन का आविष्कार किसने और कब किया था?

Ball pen बॉल पेन का आविष्कार 1931में लेडिस्लाओ जोस बिरो (Ladislao José Bíro) द्वारा किया गया था, जिनके नाम पर इस पेन को “बिरो पेन” के नाम से जाना जाता है|

जोस बिरो जब फाउंटेन पेन का उपयोग लिखने के लिए करते थे अंदर स्याही भरे होने के कारण उसकी लिखावट सुंदर स्पष्ट अक्षारो में नहीं हो पाती थी क्योंकि पेन से जादा स्याही निकलने के कारण लिखावट के बीच में बड़े बड़े धब्बे भी आ जाते थे.

जिससे परेशान हो कर Ladislao José Bíro ने बॉल पेन बॉल पेन (Ball Pen) 🖊️ का आविष्कार किया जिसके अंदर से बहुत ही कम स्याही निकलती थी जिसके परिणाम स्वरूप स्याही कागज पर आते ही सुख जाती थी.

जिससे लिखावट के बीच में किसी भी तरह के धब्बे नही आते थे जिसके परिणाम स्परूप लिखावट में काफी बदलाव आया क्योकि बाँल पेन के जरिये कागज पर दाग धब्बो का आना नामुमकिन था.

इस आविष्कार को ओर भी जादा अच्छा बनाने के लिए John J. Loud ने इस पेन में कुछ सुधार किये जैसे की इसकी नीब की Change किया और लिखने के लिए Ballpoint Pen को एक अच्छी पेन के बदला .

> फेसबुक का आविष्कार किसने किया पूरी जानकारी?

पेन और पेंसिल में अंतर क्या है?

ऐसा बहुत बार सुनाने में आया है की पहले क्या आया, पेंसिल या पेन? अगर आप पेन के बारे में जानते है तो आप इस सवाल को खुद से हल कर सकते है.

अब ताका अपने जो भी ऊपर पढ़ा उससे यह साफ जाहिर होता है की पहले पेन ही आया, क्योकि 2000 साल पहले हमारे पूर्वज सरकंडे से बनी कमल को स्याही में डुबोकर लिखा करते थे.

तो वह एक तरह की पेन ही थी पेंसिल का आविष्कार तो बाद में हुआ जब जब टेक्नोलॉजी में हम धीरे धीरे आगे आते गए तब जाकर पेंसिल हमारे सामने आई,

लेकिन इससे पहले भी पेंसिल बन चुकी थी फ्रांसीसी रसायन शास्त्री निकोलस याकस कोंतें के द्वारा सन् 1795 में ग्रेफाइट के पाउडर और मिट्टी को मिलाकर सख्त पेंसिल की ईज़ाद बनायीं, यह पेंसिल बांस में पेंसिल की बत्ती को डालकर बनायीं गयी थी.

बॉल पेन का आविष्कार किसने और कब किया था?

बॉल पेन का आविष्कार Ladislao José Bíro ने सन 1931 में किया था.

फाउंटेन पेन का आविष्कार किसने किया?

फाउंटेन पेन का आविष्कार फ्रेंच इन्वेंटर Petrache Poenaru (पेट्राचे पोएनरु) जिसके द्वारा February 12, 1884 में इस पेन का आविष्कार किया गया था?

पहला फाउंटेन पेन कब बना?

पहला फाउंटेन पेन 1883 में बना,

पेन के आविष्कार का इतिहास

कई हजार सालो से धरती में पेन का उपयोग किया जा रहा है ऐसा कई प्राचीन गुफाओ में उन पर बने चित्रों में देखने को मिला है पहले जो भी ब्यक्ति धरती पर थे वह गुफाओ की दीवारों पर चित्र कला किया करते थे.

चित्र बनाने के लिए वह कोयले या आधी जली हुई लकड़ी का इस्तेमाल किया करते थे फिर धीरे धीरे उनमे परिवर्तन आने दिखाई देने लगे जिसके परिणाम स्वरूप वह सरकंडे की कलम और स्याही का उपयोग लिखावट के लिए करते थे.

बम्बू मोर के पंख आदि का उपयोग किया करते थे बाद में जाकर फाउंटेन पेन और बॉल पेन की खोज हुई जो की लिखावत को और भी जादा सरल बाना दी,

आज आपने क्या सीखा

तो दोस्तों आपको यह लेख पेन के अविष्कारक कौन है?आपको कैसा लगा, मैं उम्मीद करता हु की आप लोगो को यह लेख जरुर पसंद आया होगा, मैंने अपनी तरफ से पेन का आविष्कार किसने किया पूरी जानकारी हिंदी में दि है फिर भी आपको लगता है

की इस Post में कोई गलती रह गयी है या फिर आर्टिकल पूरा नही है, तो आप नीचे Comment Box में Comments करके हमें सूचित कर सकते है और हम इस आर्टिकल को सुधारने की पूरी कोशिश करेंगे, यहाँ तक पोस्ट पढ़ने के लिए आपका दिल से आभार.

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1 comment

Mohan 29/03/2021 - 12:44 PM

bahut hi achchhi jankari aapne di hai
thank you

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